Vinit Upadhyay
Pakur/ Ranchi : पाकुड़ नगर पर्षद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी(CEO) के पद पर नियुक्त कौशलेश कुमार यादव की डिग्री सवालों के घेरे में आ गयी है. अपनी नियुक्ति में उन्होंने जो दस्तावेज जमा किये हैं उसका वेरिफिकेशन नहीं हो पा रहा. यह खुलासा तब हुआ जब झारखंड हाईकोर्ट में विमल मोदी की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद सरकार की ओर से जवाब दाखिल किया गया. पढ़ें – पाकुड़ : घर में आग लगने से पिता- पुत्र की मौत, शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना
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ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा कॉलेज से नहीं मिला ओरिजिनल डॉक्यूमेंट
सरकार के द्वारा दाखिल किये गए जवाब में कहा गया है कि इंजीनियर कौशलेश कुमार यादव ने 13 वर्ष की उम्र में मैट्रिक की परीक्षा पास कर ली,जबकि बिहार में 10th (दसवीं) की परीक्षा में शामिल होने की न्यूनतम आयु 14 वर्ष रखी गई है. आश्चर्य की बात यह है कि जिस ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा कॉलेज से उन्होंने इंजीनियर की डिग्री ली वहां उनके ओरिजिनल डॉक्यूमेंट प्राप्त नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं कौशलेश कुमार यादव ने 4 नवंबर 1995 को स्वायत्तशाषी परिषद् के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आवेदन लिखकर उनकी नियुक्ति गिरिडीह नगर पालिका में करने का आग्रह किया था. जिसमे उन्होंने खुद को गिरिडीह जिले का स्थानीय निवासी बताते हुए स्थानीय पता दिया था लेकिन उनकी सर्विस बुक में उनका पता दरभंगा जिला लिखा हुआ है.
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मुख्य सचिव से भी की गई है शिकायत
ऐसे में सवाल यह भी उठा रहा है कि जिस पद पर स्थानीय उम्मीदवार की नियुक्ति होनी थी. उसपर ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति कैसे कर दी गई जो स्थानीय नहीं है. झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता और RTI एक्टिविस्ट सुनील महतो ने तमाम दस्तावेजों की जांच करने और इंजीनियर कौशलेश कुमार यादव पर कार्रवाई करने के लिए मुख्य सचिव से शिकायत की है. लेकिन अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है. कौशलेश कुमार यादव गिरिडीह नगर पार्षद , जमशेदपुर के मानगो नगर पार्षद और कोडरमा के तिलैया पार्षद में अपनी सेवा दे चुके हैं.
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सभी डिग्रीयां और सर्टिफिकेट सही- कौशलेश यादव
इस पूरे मामले पर जब हमने कौशलेश यादव से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यह मामला माननीय न्यायालय के समक्ष है. न्यायालय में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा. मेरी सभी डिग्रीयां और सर्टिफिकेट सही हैं. अगर ऐसा नहीं होता तो इतने लंबे समय से मैं कैसे नियुक्त रहता.
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