NewDelhi : पीएम नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के फरीदाबाद जिले में आयोजित सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में कहा कि हर राज्य को एक दूसरे से सीखना चाहिए. मिलजुल कर कार्य करना चाहिए. बेहतर तालमेल के लिए यह बहुत जरूरी है. संविधान की मूल भावना भी यही है. नागरिकों के प्रति हमारा कर्तव्य है.
पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे थे. बता दें कि फरीदाबाद के सूरजकुंड में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आज शुक्रवार को अंतिम दिन है. खबरों के अनुसार चिंतन शिविर का उद्देश्य विजन 2047 की प्लानिंग करना है. चिंतन शिविर में सभी राज्यों के गृहमंत्री, संघ शासित राज्यों के उप राज्यपाल और प्रशासकों ने हिस्सा लिया है.
#WATCH | “In past few yrs, all govts have acted responsibly to demolish ground network of terror…We need to handle it by combining our forces. We’ll have to defeat all forms of Naxalism – be it gun totting or pen wielding, we’ll have to find a solution for all of them,” says PM pic.twitter.com/4OcVJliHgK
— ANI (@ANI) October 28, 2022
Check facts before sharing on social media: PM Modi on war against fake news
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— ANI Digital (@ani_digital) October 28, 2022
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पीएम का कहना था कि हर एक राज्य एक दूसरे से सीखें
प्रधानमंत्री ने चिंतन शिविर को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक का भी सामर्थ्य बढ़ेगा. यही सुशासन है. कहा कि इसमें राज्यों की बहुत बड़ी भूमिका है. संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं. पीएम का कहना था कि हर एक राज्य एक दूसरे से सीखें, एक दूसरे से प्रेरणा लें.
सोशल मीडिया सबसे बड़ी ताकत, सावधानी बरतें
PM मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया सबसे बड़ी ताकत है, लेकिन इसके इस्तेमाल में सावधानी रखें. फेक न्यूज का छोटा सा हिस्सा पूरे देश में तूफान ला सकता है, लोगों को इस बारे में जागरूक करने की जरूरत है कि कुछ भी फॉरवर्ड करने से पहले सोचें. जो भी संदेश आपके पास आये, उसे फॉरवर्ड करने से पहले वेरिफाई जरूर करें.
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पुलिस के लिए वन नेशन, वन यूनिफॉर्म लाने के लिए विचार हो
चिंतन शिविर में पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्यों की पुलिस के लिए वन नेशन, वन यूनिफॉर्म लाने के लिए विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, हो सकता है कि इसमें 5, 50 या 100 साल लगें लेकिन हमें इसपर विचार करना चाहिए. चाहिए. अभी हर राज्य में यूनिफॉर्म अलग-अलग हैं. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसे थोपना नहीं चाहिए बल्कि इस पर विचार करना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि थानों के ऊपर 20 मंजिल बिल्डिंग बना दें, सुरक्षा बना दें. ताकि पुलिस थाना आधुनिक हो जाये और उसी के ऊपर रहने की व्यवस्था बन जाये. हर शहर में 20-25 थाने ऐसे होंगे, जिन्हें सुधारा जा सकता है. ताकि कोई पुलिस वाला 20-25 किमी दूर जाकर घर न ले
सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए
कहा, कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है इसलिए हर राज्य का दायित्व है कि चाहे राज्य की एजेंसी हो, चाहे केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए. कानून-व्यवस्था के पूरे सिस्टम का विश्वसनीय होना बहुत महत्वपूर्ण है. स्मार्ट टेक्नॉलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा. साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नॉलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी रोकने में उपयोग, इनके लिए हमें नयी टेक्नॉलॉजी पर काम करते रहना होगा.
PM ने कहा कि कानून-व्यवस्था एक राज्य तक सीमित नहीं है. इंटर स्टेट और इंटरनेशनल क्राइम हो रहे हैं. तकनीक के साथ, अपराधियों के पास अब राज्यों में अपराध करने की शक्ति है. सीमा से परे अपराधी तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं. सभी राज्यों की एजेंसियों के बीच समन्वय और केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच समन्वय जरूरी है.
अमृत काल के पंच प्रण
चिंतन शिविर की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25 साल अमृत पीढ़ी के निर्माण के लिए होंगे. यह अमृत पीढ़ी ‘पंच प्रण’ के संकल्पों को आत्मसात करके बनाई जायेगी. ये पंच प्रण है, एक विकसित भारत का निर्माण, औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और सबसे महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य.
आजादी से पहले के कानून बदलें राज्य
आजादी से पहले के कानूनों के रिफॉर्म को लेकर मोदी ने कहा- पिछले कुछ सालों में राष्ट्रीय स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े रिफॉर्म्स ने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने में मदद की है. मेरी राज्यों से अपील है कि आप भी अपने कानूनों का विश्लेषण कीजिए और उन में बदलाव लाइये.