LagatarDesk : ऑक्सफैम इंटरनेशनल (Oxfam International) की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आयी है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कोरोना महामारी ने अमीर और गरीब के बीच की खाई को और बढ़ा दी है. कोरोना के शुरुआती 24 महीनों में दुनिया के अरबपतियों की जितनी संपत्ति बढ़ी, उनकी संपत्ति में इतनी वृद्धि पिछले 23 सालों में भी नहीं हुई थी. (पढ़े, विशाल चौधरी के ठिकाने से भारी मात्रा में कैश बरामद, मंगवायी गई नोट गिनने की मशीन, कचरे में मिला आईफोन )
हर 33 घंटे में 10 लाख लोग जा रहे गरीबी के गर्त में
स्विटजरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में ऑक्सफैम इंटरनेशनल ने ‘प्राफिटिंग फ्रॉम पेन’ (पीड़ा से मुनाफाखोरी) नाम की रिपोर्ट जारी कर यह दावा किया है. रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि पूरी दुनिया में हर 33 घंटे में 10 लाख लोग गरीबी के गर्त में जा रहे हैं. इसके हिसाब से इस साल कम से कम 26.30 करोड़ लोगों के गरीबी रेखा से नीचे जाने की आशंका है.
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कोरोना काल में हर 30 घंटे में एक अरबपति की उत्पत्ति
महामारी आने के बाद दुनिया में 573 अरबपति बढ़ गये. यानी हर 30 घंटे में एक अरबपति बढ़ गया. महामारी के दौर में इन अरबपतियों की संपत्ति 42 फीसदी यानी 293.16 लाख करोड़ बढ़ गयी. दुनिया के 3.1 अरब लोगों के पास इतनी संपत्ति नहीं है. जितनी संपत्ति 10 सबसे अमीर लोगों के पास है. रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में इस समय 2668 अरबपति हैं. ये अरबपति सामूहिक रूप से 12.7 ट्रिलियन डॉलर यानी 984.95 लाख करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. इनके पास जितनी संपत्ति है, वो दुनिया की जीडीपी का 14% हिस्सा है.
महामारी ने गरीब को किया और गरीब
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी के कारण दुनिया के 99 फीसदी लोगों की कमाई घट गयी. 2021 में 12.5 करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरियां चली गयीं. सबसे गरीब 40 फीसदी लोगों की कमाई में घट गयी. महामारी से पहले औसतन केवल 6.7 फीसदी लोगों की कमाई में गिरावट आ रही थी.
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महामारी में दवा कारोबार से जुड़े 40 लोग अरबपति बने
महामारी में दवा कारोबारियों को सबसे अधिक फायदा पहुंचा है. इस दौरान दवा कारोबार से जुड़े 40 लोग अरबपति बन गये. मॉडर्ना और फाइजर जैसी कंपनियों ने हर सेकंड 1 हजार डॉलर (77,555 रुपये) का मुनाफा कमाया. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फार्मा कंपनियों ने सरकारों से जेनरिक प्रोडक्शन के लिए 24 गुना ज्यादा चार्ज लिया.
दुनिया के लिए तबाही लेकर आने वाला कोरोना से कुछ लोगों को काफी फायदा
बता दें कि कोरोना महामारी जब दुनिया के लिए तबाही लेकर आया था. तब दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी थे, जिन्हें इस महामारी से फायदा हो रहा था. इस बात का पता इस रिपोर्ट में साफ है. कोरोना ने करोड़ों लोगों की नौकरियां छीन लीं, करोड़ों परिवारों की बचत खत्म हो गयी और अपना और अपनों का इलाज करवाने के लिए लोगों को कर्ज लेना पड़ा. वहीं कोरोना के दो साल में अरबपतियों ने इतनी कमाई की है, जितना उन्होंने 23 साल में नहीं कमाया था.
2022 में खाने के सामान के दामों में आयेगा 23% का उछाल
ऑक्सफैम की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल खाने के सामान की कीमतें 33.6% बढ़ी थी. इस साल भी कीमतों में 23% का उछाल आने की आशंका है. खाने की बढ़ती कीमतों से दुनिया में गरीबी और बढ़ेगी. इस साल 26.3 करोड़ लोग गरीब के गर्त में जा सकते हैं. इस हिसाब से इस साल हर 33 घंटे में 1 करोड़ लोग और गरीब हो जायेंगे.
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