Ranchi: दीपावली और काली पूजा को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है. धनतेरस के दिन से त्योहारों का सिलसिला शुरू हो गया. दीपावली, काली पूजा और फिर छठ पूजा. त्योहार में खरीदारी को लेकर राजधानी के बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है. भगवान गणेश की मूर्ति, फुलझड़ी, पटाखों और अन्य सामानों से बाजार पट गया है.
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मिट्टी के दीये लोग खरीद रहे
दीपावली और काली पूजा को लेकर बाजार गुलजार है. बाजार पूजा के सामानों से पट गए हैं और लोग खरीदारी में लगे हुए हैं. अपने सामर्थ्य के अनुसार लोग दीपोत्सव के लिए दीप, फुलझड़ी और अन्य सामानों की खरीदारी परिवार के साथ कर रहे हैं. मिट्टी के बने दीपक की मांग बढ़ी है, लोग इसकी खरीदारी कर रहे हैं. क्योंकि मिट्टी का दीपक शुभ माना जाता है.
उम्मीद से कम बिक रहे मिट्टी के दीये- दुकानदार
इस साल मिट्टी के बने दीपक दीपावली में काफी मात्रा में बाजार में दिख रहे हैं. इस कारोबार से जुड़े लोगों ने दीपों का अलग बाजार लगाया है. इस उम्मीद के साथ कि उन्हें अच्छी आमदनी होगी. लोग मिट्टी का बना दिए ज्यादा खरीदेंगे लेकिन मिट्टी के कारोबारी और विक्रेताओं का कहना है कि जितना उम्मीद किए थे उतनी बिक्री नहीं हो पा रही है. लोग पूजा पाठ के लिए दीपक की खरीदारी कर रहे हैं लेकिन कम मात्रा में.
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कुम्हारों की उम्मीदें परवान चढ़ी
बनहोरा गांव के निवासी बाबूलाल कई साल से दिवाली के दीए रांची शहर में लाकर बेचते हैं. हरमू पुल पर दिवाली के चार दिन पहले से ही दीया बेचना शुरू के देते हैं. उन्होंने बताया कि तीन सालों से बहुत बुरा हाल है. पहले कोरोना के कारण बिक्री नहीं थी. और अब लोग बड़ी बड़ी दुकानों से सामान खरीद लेते हैं. तो हमारी कमाई में कमी आ जाती है. उन्होंने बताया कि तीन सालों के बाद इस बार उम्मीद है की अच्छी बिक्री होगी. दिवाली के दिए के साथ साथ इस बार नई डिजाइन के मिट्टी के सुंदर बर्तन भी मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोग अगर बड़ी बड़ी दुकानों को छोड़ कर हमारे पास से खरीददारी करे तो हम भी दिवाली अच्छे से मना सकते हैं.