Sindri : मार्क्सवादी समन्वय समिति की स्वर्णिम वर्षगांठ मनाने को लेकर बिरसा समिति सिंदरी में शुक्रवार 11 फरवरी को कामरेड नेताई महतो की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मासस केंद्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक कामरेड आनंद महतो ने कहा कि 22 अप्रैल को मासस 50 वर्ष पूरे करने जा रहा है. जिन उद्देश्यों एवं सिद्धांतों के साथ कॉमरेड ए के राय के नेतृत्व में मासस का गठन किया गया था, उसे आगे बढ़ाने की नितांत आवश्यकता है. गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. लेकिन लोग सजग भी हुए हैं, जिसकी परिणति किसान आंदोलन और झारखंड में भाषाई आंदोलन से परिलक्षित हो रही है. मासस को तमाम जन आंदोलनों में अपनी भूमिका तय करनी होगी. शोषण मुक्त झारखंड निर्माण के लिए मासस कृत संकल्प है. झारखंड के शहीदों के सपनों का झारखंड बनाना अभी बाकी है.
मासस केंद्रीय सचिव सह आयोजन समिति के संयोजक बबलू महतो ने कहा कि झारखंड क्यों और किसके लिए, यह प्रश्न अभी भी कायम है पंजाब पंजाबियों के लिए, गुजरात गुजरातियों के लिए, तमिलनाडु तमिल के लिए बंगाल बंगालियों के लिए तब फिर झारखंड झारखंडीयो के लिए क्यों नहीं ? बैठक में मासस जिला सचिव दिलीप महतो, बोकारो जिला सचिव गयाराम शर्मा, लाल मोहन रजवार, सिंदरी नगर सचिव राजीव मुखर्जी, सुरेश प्रसाद, किसान संग्राम समिति जिला अध्यक्ष आनंद मयपाल, मासस प्रखंड अध्यक्ष गणेश महतो, सचिव सुनील महतो, गोविंदपुर मासस प्रखंड अध्यक्ष सारथी मंडल, किसान संग्राम समिति गोविंदपुर प्रखंड अध्यक्ष फटीक मंडल, झरिया प्रखंड सचिव हरे मुरारी महतो, वार्ड 53 अध्यक्ष सहदेव सिंह, बिरिंची महतो, अमर सिंह, मंगल महतो, मायुमो सिंदरी नगर अध्यक्ष जीतू सिंह, बलियापुर प्रखंड अध्यक्ष अविनाश महतो, विनोद महतो आदि ने अपने विचार रखे.
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