Chennai : दक्षिण भारत के चार राज्यों में बेमौसम बारिश से त्राहिमाम मच गया है. जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. खबर है कि आंध्र और कर्नाटक में अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है. 1366 गांव बाढ़ में घिर गये हैं. आंध्र प्रदेश में 30 साल बाद इस कदर बद्तर हालात बन गये हैं. तमिलनाडु में सड़कों पर नाव चल रही है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में एक्टिव उत्तरी-पूर्वी मानसून के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गये हैं. मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिन इन राज्यों में भारी बारिश हो सकती है. 24 और 25 नवंबर को कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गयी है.
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आंध्र के 23 गांव बाढ़ में डूबे, 100 से ज्यादा ट्रेनें रद्द
आंध्र में अब तक 33 लोग मारे जा चुके हैं. पेन्ना नदी में बाढ़ से नेशनल हाईवे-16 का एक हिस्सा टूटने के कारण यातायात ठप हो गया है. यह हाईवे चेन्नई को कोलकाता से जोड़ता है. खबरों के अनुसार रेल मार्ग के प्रभावित होने से 100 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है चित्तूर, कडपा, नेल्लोर और अनंतपुर जिलों के 1.366 गांव बाढ़ में घिर गये हैं. 23 डूब गये हैं. 36,279 लोग प्रभावित हुए हैं.
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बैंगलुरु के येलहंका में 24 घंटे में 134 मिलीमीटर बारिश
कर्नाटक में बेंगलुरू के उत्तरी इलाके में रविवार रात जमकर बारिश हुई. इससे कई इलाके पानी में डूब गये. बेंगलुरु के उपनगर येलहंका में 24 घंटे के अंदर 134 मिलीमीटर बारिश हुई. कर्नाटक में 3.43 लाख हेक्टेयर फसल बारिश से प्रभावित होने की बात कही गयी है. 1.5 लाख किसानों की फसलें बर्बाद हो गयी हैं. बता दें कि तमिलनाडु में इस बार सामान्य से 68फीसदी ज्यादा वर्षा हुई है. चेन्नई के उपनगर मनाली के कई हिस्सों में भी बाढ़ जैसी स्थिति है। यहां सड़कों पर नाव चल रही हैं. सलेम के मेत्तुर बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है.