Ranchi: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि राज्य सरकार आइने में अपनी नाकामियों का चेहरा देखे. सरकार किसानों से झूठे वादे कर सत्ता में आई, लेकिन किसान आज खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. किसानों के धान क्रय का मूल्य अब तक नहीं मिला, ऋण माफी का वादा भी झूठा निकला. एक तरफ यह सरकार किसानों को प्राथमिकता सूची में रखने का दावा करती है वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के निर्वाचन जिले में ही खाद की कालाबाजारी चरम पर है. यहां खाद की भारी किल्लत है जबकि रबी फसल का अभी अनुकूल मौसम है. डीएपी के नाम पर यहां बंगाल का मिलावटी खाद का धंधा काफी फल फूल रहा है. किसान 1600-1700 रुपए में डीएपी खाद खरीदने को मजबूर हैं जबकि मोदी सरकार ने डीएपी पर सब्सिडी बढ़ा दी है, ताकि किसानों को 1200 रुपया डीएपी मिल सके, लेकिन प्रदेश के किसानों को इसका लाभ नही मिल रहा. हेमंत सरकार के इशारे पर खाद की कालाबाजारी हो रही है.
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टाटा कैंसर अस्पताल निर्माण में राजनीति
दीपक प्रकाश ने कहा कि टाटा कैंसर अस्पताल निर्माण में राज्य सरकार ने घटिया राजनीति करते हुए निर्माण कार्य मे बाधा डाली. इस सरकार में प्रदेश का कभी भला नहीं हो सकता है. यह विकास विरोधी सरकार है. सरकार नए उद्यमियों को आज तक ला तो नहीं सकी, जो पहले से स्थापित हैं उन्हें खदेड़ने में लगी है. उन्होंने कहा कि रांची में लगभग निर्माण पूरा कर चुका कैंसर अस्पताल कैंसर के इलाज में लंबी लकीर खींच सकता है, जिसकी बीजेपी की सरकार में नींव डाला गया था.
सत्तारूढ़ दल के लोग कर रहे राजनीतिक ड्रामा
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के लोग सिर्फ लूट खसोट के लिए राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं. वहीं वैक्सिनेसन के सुस्त चाल पर कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही से प्रदेश की जनता की जान आफत पर है. उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात, मध्यप्रदेश जैसे राज्य लगभग 70 फीसदी डबल डोज और 95 फीसदी सिंगल डोज दे चुके हैं. इसके इतर झारखंड में डबल डोज मात्र 29 फीसदी, 66 फीसदी सिंगल डोज होना बहुत कम है.
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