Ranchi : मंगलवार को जैक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति की अधिसूचना जारी होने के साथ ही छात्रों ने मैट्रिक व इंटर परीक्षा की तरीख जारी करने की मांग की है. 2022 की इंटर की परीक्षा में 2.80 लाख परीक्षार्थियों एवं मैट्रिक की परीक्षा में साढ़े तीन लाख स्टूडेंट्स को शामिल होना है. राज्य में मैट्रिक व इंटर की परीक्षा को लेकर फिलहाल संशय बरकरार है. राज्य में अब तक मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तिथि घोषित नहीं होने से छात्रों में उहापोह की स्थिति है. वहीं छात्र -छात्राओं में इसको लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है. जबकि मैट्रिक और इंटर परीक्षा को लेकर विद्यार्थी तैयार हैं. बता दें कि राज्य में समय पर परीक्षा नहीं होने के कारण शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर छात्र- छात्राएं सवाल खड़े कर रहे हैं.
विद्यार्थियों ने कहा – परीक्षा विभाग और जैक जल्द शुरू करें परीक्षा की प्रक्रिया
अजय वीर कुंवर सिंह हाई स्कूल मोरहाबादी की 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र अनुराग बनर्जी ने बताया कि जैक द्वारा टर्म 1 की परीक्षा दिसंबर में ली जानी थी, मगर परीक्षा कब तक होगी, इसकी जानकारी अबतक नहीं दी गयी है. परीक्षा की तैयारी भी कोरोना के कारण पूरी तरह से नहीं हो पा रही है, क्योंकि झारखंड में ट्यूशन का कल्चर है और बच्चे जब स्कूल से ट्यूशन नहीं जाते हैं, तब तक उनकी तैयारी पूरी नहीं हो पाती है. जैक परीक्षा के संबंध में जल्द नोटिफिकेशन जारी करे.
बालकृष्ण उच्च विद्यालय की 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले सदमन रहमानी ने बताया कि जैक और शिक्षा विभाग विद्यार्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. विद्यार्थी तैयारी तो कर रहे हैं, पर उन्हें उनकी तैयारी के अनुसार नतीजे नहीं मिल पा रहे हैं. क्योंकि सरकारी स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के पास इतने संसाधन नहीं होते हैं, जितने कि प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पास होता है. ऐसे में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बच्चों को पिछले साल की तरह इस बार भी प्रमोट कर देना चाहिए. या फिर विभाग जल्द इस पर कोई ठोस निर्णय ले.
न्यू ऑक्सफोर्ड स्कूल बुधीबाघी की 10वीं की छात्रा कृति पूरण ने बताया कि कोरोना से पिछली साल भी परीक्षा में दिक्कतें आयी थी. इस बार भी दिक्कतें आ रही हैं. पर झारखंड अधिविद्य परिषद कोरोना में बेहतर ढंग से परीक्षा कैसे ली जाये, इसका हल नहीं निकाल पाया है. अगर कोरोना हर साल ऐसे ही आता रहेगा, तो विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में चला जायेगा. इससे जो अच्छे विद्यार्थी हैं, उनकी भी रुचि पढ़ाई के प्रति कम हो जायेगी.
निश्चल पब्लिक स्कूल पिठोरिया की 10वीं कक्षा के छात्र इरशाद इंसारी ने बताया कि जैक द्वारा ऑनलाइन परीक्षा ले पाना संभव नहीं है और ऑफ लाइन के लिए विद्यार्थी तैयार नहीं हैं. ऐसे में सभी विद्यार्थियों को प्रमोट कर देना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों का मनोबल पढ़ाई के प्रति बना रहे.
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