जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध कराना है शुद्ध पेयजल
2024 मार्च तक पूरा करने का दिया गया है लक्ष्य
कम वक्त में धरातल पर योजना उतारना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती
Gaurav Prakash
Hazaribagh : हजारीबाग जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना के तहत वर्ष 2024 तक हर घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. मार्च 2024 तक 3 लाख 33 हजार 918 हाउसहोल्ड कनेक्शन निर्धारित किया गया है. इसके तहत अबतक जिले के 1 लाख 21 हजार 616 घरों में नल कनेक्शन लगाया गया है. ऐसे में आठ माह के अंदर 2 लाख 12 हजार 302 हाउसहोल्ड तक ग्रामीण इलाकों में पेयजल पहुंचाना है. यह आसान नहीं है. यही वजह है कि रफ्तार को देखते हुए डीसी नैंसी सहाय ने काम में तेजी लाने के लिए विभाग को आदेश भी दिया है. ग्रामीण इलाकों में अगर देखा जाए, तो जल जीवन मिशन के तहत कई जगहों पर जलमीनार का भी निर्माण कराया जा रहा है.
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पेयजल समस्याओं के निदान के लिए प्रखंडवार सार्वजनिक किए गए मोबाइल नंबर
आमजनों को पेयजल की सुलभता और समस्याएं का समाधान करने के उद्देश्य से विभाग की ओर से नियंत्रण कक्ष का गठन कर आम लोगों की सुविधा के लिए संपर्क सूत्र सार्वजनिक किया है. केंद्रीयकृत जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 06546-262291 पर पेयजल से संबंधित समस्याओं की जानकारी दी जा सकती है. जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष के नोडल पदाधिकारी सहायक अभियंता युगल प्रसाद 8051015036 बनाए गए हैं. इसके अलावा शहरी क्षेत्र हजारीबाग एवं कटकमदाग क्षेत्र के लिए जूनियर इंजीनियर विजय कुमार 9304933309, सदर प्रखंड चुरचू, डाड़ी क्षेत्र के लिए जूनियर इंजीनियर अरुण कुमार 7295921997, विष्णुगढ़ टाटीझरिया क्षेत्र के लिए जूनियर इंजीनियर दिनेश एक्का 9470396415, कटकमसांडी व इचाक क्षेत्र के लिए जूनियर इंजीनियर अनुपम 9931319562, बड़कागांव, केरेडारी प्रखंड क्षेत्र के लिए जूनियर इंजीनियर प्रदीप तिर्की 7856880117, बरही, चौपारण और पदमा क्षेत्र के लिए जूनियर इंजीनियर विमल कुमार से दूरभाष संख्या 7739042466पर संपर्क कर किसी भी प्रकार की पेयजल समस्याओं के समाधान के लिए आमलोग संपर्क कर सकते हैं.
जलमीनार तो बने, नहीं किया गया वाटर कनेक्शन
नल जल योजना को लेकर कार्यों में सुस्ती भी दिखाई दे रही है. एक तो हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के रेवाली में सुनसान इलाके में जलमीनार बना दिया गया. वही सलगावां पंचायत के चीरुवा व हेदलात पंचायत के पकरार में भी जलमीनार बना दिया गया, लेकिन वह किसी काम का नहीं है. वहां से किसी के घर में वाटर कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है.
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मशीन में आयी खराबी, ठप है पेयजल आपूर्ति
बड़कागांव प्रखंड की चंदौल पंचायत स्थित पुंदौल के वार्ड नंबर दो में विनोद गंझू के नाम से योजना स्वीकृत कर जलमीनार लगाया गया था. पूर्व के पीएचइडी की ओर से दिए गए पुराने चापानल में ही नल जल योजना लगाई गई. इस योजना से 25 परिवारों की जलापूर्ति करने के लक्ष्य रखा गया था. यह काम कांट्रेक्टर कन्हाई नारायण दास ने पूरा किया. कुछ ही दिनों के बाद इसमें लगाई गई मशीन ने काम करना बंद कर दिया. लाभुक की ओर से कई बार पीएचइडी के जेई एवं कांट्रेक्टर से मोबाइल के माध्यम से शिकायत की गई, तो उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इसे बना दिया जाएगा. लेकिन छह माह से यह नल जल योजना बंद पड़ी हुई है. नल जल योजना का सारा कार्य विभाग की ओर से टेंडर के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है, जिसमें पांच वर्षों तक देखभाल करने की जिम्मेदारी कांट्रेक्टर की रहती है.
क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति भी बन रही राह में रुकावट
भौगोलिक स्थिति के कारण भी कई जगहों पर योजना को धरातल पर उतारने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. कई ऐसे दुर्गम इलाके हैं, जहां सिस्टम पहुंच नहीं पा रही है. केरेडारी, कटकमसांडी, इचाक आदि में ऐसे कई क्षेत्र हैं. नल जल योजना को धरातल पर उतारने के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी की गई है. हजारीबाग के लगभग सभी प्रखंडों में काम चल भी रहा है. लेकिन वह रफ्तार नहीं दिख रही है, जो होनी चाहिए. इस कारण भी निर्धारित समय पर लक्ष्य पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं है.