Patna : देश में जातिगत जनगणना कराने की मांग अब तेज होती दिख रही है. पहले यह मांग बिहार से की जा रही थी. लेकिन इस मांग को और तेज करने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव ने देश के 33 बड़े नेताओं को पत्र लिखा है. बता दें कि बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर सत्ता धारी पार्टी भी आमने- सामने आ गये. जदयू जाती आधारित जनगणना कराने की मांग कर रही है, तो बीजेपी इसके खिलाफ है.
इसे भी पढ़ें – झारखंड पुलिस शिक्षा कल्याण कोष से 2882 पुलिसकर्मियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए मिलेंगे मिले 3.55 करोड़ रुपये
केंद्र सरकार उदासीन एवं नकारात्मक रवैया अपना रही है
गौरतलब है कि गुरुवार को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने जातिगत जनगणना को लेकर कोई निर्देश नहीं जारी करने की अपील की है. जिसके बाद भी जदयू नेताओं को यह उम्मीद है कि केंद्र की तरफ से साकारात्मक फैसले किये जायेंगे. जबकि बिहार की विपक्षी पार्टी राजद इसकी मांग को लेकर मोर्चा खोलती हुई दिखाई दे रही है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने देश के 33 बड़े नेताओं को पत्र लिखकर जातिगण जनगणना की मांग करने को कहा है. तेजस्वी ने कहा कि केंद्र सरकार जातिगत जनगणना को लेकर उदासीन एवं नकारात्मक रवैया अपना रही है. जाति आधारित जनगणना की मांग को राष्ट्र निर्माण में एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जाना चाहिए. जातीय जनगणना नहीं कराने के खिलाफ सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के पास एक भी तर्कसंगत कारण नहीं है.
इसे भी पढ़ें –अवैध वसूली पर टेंपो चालक मंत्री बन्ना गुप्ता के दरवाजे पहुंचे, गोपाल मुखी का लिया नाम
जिन नेताओं को तेजस्वी य़ादव ने लिखा पत्र
बता दें कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन समेत देश के 33 बड़े नेताओं को पत्र लिखा है. इन 33 बड़े नेताओं में सोनिय़ा गांधी, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, शरद पवार, अखिलेश यादव, मायावती, एमके स्टालिन, नवीन पटनायक, सीताराम येचुरी, डी राजा, नीतीश कुमार, फारूक अब्दुल्ला, प्रकाश सिंह बादल, दीपांकर भट्टाचार्य, उद्धव ठाकरे, के चंद्रशेखर राव, वाईएस जगन मोहन रेड्डी, महबूबा मुफ्ती, पीनारायी विजयन, अरविंद केजरीवाल, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी, ओम प्रकाश चौटाला, जीतन राम मांझी, मौलाना बदरुद्दीन आज़मी, जयंत चौधरी, ओ पनीर सेल्वम, ओमप्रकाश राजवीर, चिराग पासवान ,अख्तरुल इमान, मुकेश साहनी और चंद्रशेखर आजाद शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें –आपको दोगुने दाम पर गैस सिलेंडर मिल रहे हैं, क्योंकि सरकार ने सब्सिडी छह गुना कम कर दी है
बिहार के नेताओं ने पीएम से मिलकर मांग की है
बता दें कि बिहार में काफी दिनों से जातिगण जनगणना की मांग की जा रही है. जिसे लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में कई नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी. जिसमें तेजस्वी यादव भी शामिल थे. पीएम मोदी ने इन नेताओं को आश्वसान दिया था कि इस मुद्दे पर वो विचार करेंगे.
इसे भी पढ़ें –Biological E Ltd कंपनी अक्टूबर तक तैयार करेगी जॉनसन वैक्सीन की एक मिलियन डोज
हेमंत सोरेन 26 सिंतबर को अमित शाह से मुलाकात करेंगे
बता दें कि झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी जातिगत जनगणना की मांग उठायी गयी थी. जिसे बाद हेमंत सोरेन के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है. हेमंत सोरेन ने भी पीएम मोदी से मुलाकात के लिए पत्र लिखकर समय मांगा था. लेकिन पीएम मोदी ने मिलने से मना करते हुए गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर बात रखने की सलाह दी है. जिसके बाद जातिगण जनगणना कराने की मांग को लेकर 26 सितंबर को हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नौ सदस्यीय टीम गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगी.
इसे भी पढ़ें –खरसावां: दीनदयाल उपाध्याय को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने जयंती पर दी श्रद्धांजलि, बड़कुंवर गागराई भी पहुंचे