Ranchi: नियोजन नीति एवं स्थानीय नीति की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने जा रहे झारखंड के छात्र, युवा, नौजवान साथियों पर लाठीचार्ज करना उनके हक और अधिकार को पुलिस बल के माध्यम से दबाने के समान है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है . विधानसभा घेराव करने जा रहे युवाओं पर लाठीचार्ज पर प्रतिक्रिया देते हुए उक्त बातें आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक विजय शंकर नायक ने दी. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से अहिंसात्मक आंदोलन किए जाने पर लाठीचार्ज करना घातक है, और देश के संविधान का अपमान भी है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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नायक ने आगे कहा कि हेमंत सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व जनता से जो वादा किया था, उन वादों से वह मुकरने का काम कर रहे हैं, और यह दुर्भाग्य है. राज्य के निर्माण के 23 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक स्थानीय नीति, नियोजन नीति खतियान आधारित नहीं बनाया जाना झारखंडी समाज के साथ धोखा है. अगर यही नीति रही तो आने वाले चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस व राजद को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जितनी जल्द हो खतियान आधारित नियोजन नीति, स्थानीय नीति को लागू किया जाना चाहिए और वर्षो से रिक्त पड़े सभी पदों पर विशेष भर्ती अभियान चलाकर झारखंड के युवा छात्र नौजवानों की नियुक्ति की जानी चाहिए. उम्र में कम से कम 10 वर्ष की छूट भी मिलनी चाहिए, ताकि वैसे नौजवान जिनका उम्र नियुक्ति के लिए पार हो गया है, वह भी प्रतियोगिता में भाग ले सकें, और उनकी भी नियुक्ति की जा सके.

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