Ranchi : जिले के बुढ़मू थाना क्षेत्र स्थित छापर नदी बालू घाट से होने वाली लेवी वसूली को लेकर टीपीसी और जेजेएमपी उग्रवादी संगठन आमने -सामने हो गया है. वर्चस्व की लड़ाई में जहां टीपीसी उग्रवादियों ने जेजेएमपी के एरिया कमांडर विकास लोहरा उर्फ़ अभिजीत की हत्या कर दी. वहीं आने वाले दिनों में खूनी संघर्ष की आशंका तेज हो गई है. विकास हत्या में ना सिर्फ पुरानी रंजिश बल्कि बालू घाट से मोटी वसूली का मामला भी जुड़ा है. अवैध बालू खनन से इन दोनों उग्रवादी संगठनों को मोटी कमाई होती है. पढ़ें – बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी सामग्री के खिलाफ सीबीआई का देशभर में 56 जगहों पर छापा
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वर्चस्व जमाने को लेकर जेजेएमपी उग्रवादियों ने मजदूरी की पिटाई की थी
जानकारी के मुताबिक बीते 26 अगस्त की शाम प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के द्वारा बुढ़मू थाना क्षेत्र के छापर स्थित बालू घाट मे लगे मजदूरों की पिटाई करते हुए काम बंद करने व मैनेज करने की बात कही गई थी, जिसपर उग्रवादी संगठन टीपीसी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए, जेजेएमपी को चेतावनी दी थी. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि जेजेएमपी उग्रवादी संगठन हमसे मुकाबला करें. टीपीसी ने जेजेएमपी को चेतावनी देते हुए कहा आम जनताओं को परेशान करना बंद करें अगर मुकाबला करना हैं तो टीपीसी से करें.
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टीपीसी संगठन जेजेएमपी के विरुद्ध मे आम जनता के पक्ष मे लड़ने के लिए तैयार
टीपीसी के सबजोनल कमांडर द्वारा जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में कहा था की छापर के आमजनताओं का दूर-दूर तक कोई रोजगार नहीं हैं, एकमात्र छापर बालू घाट से अपने मेहनत मजदूरी से घर परिवार व बच्चों की पढ़ाई लिखाई और जीविका चलाते थे. 26 अगस्त की रात को जेजेएमपी के नाम पर कुछ अफवाह लोग छापर बालू घाट मे मेहनत करने वाले मजदूरों को मार पीट कर बेरोजगार कर दिया, एवं इस महंगाई मे दाने दाने को मोहताज बनाकर एवं आम जनो को काम बंद रखने के लिए फोन कर के जान से मारने की धमकी देकर जेजेएमपी अपने आप को क्या साबित करना चाहती हैं अगर वर्चस्व क़ायम करनी हैं तो आम जनता को धमकाना छोड़ के आये, टीपीसी संगठन जेजेएमपी के विरुद्ध मे आम जनता के पक्ष मे लड़ने के लिए तैयार हैं.
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