Bokaro: माराफारी थाना क्षेत्र के बांसगोड़ा में पंचायत के द्वारा तुगलकी फरमान जारी हुआ है. जिसके तहत एक विधवा को पूरे परिवार के साथ घर से बाहर निकाल दिया गया है. ऐसे में परेशान महिला घर के बाहर रहने को मजबूर है. गौरतलब है कि इसमें पुलिस भी उस महिला की कोई मदद नहीं कर रही. माराफारी थाना क्षेत्र के बांसगोड़ा निवासी विधवा फुलमनी टुडू को समाज के लोगों ने पंचायत लगाकर घर से जबरन बाहर निकाल दिया है. हालांकि महिला ने इस मामले को लेकर बोकारो डीसी, एसपी सहित माराफारी थाने में भी शिकायत की है. लेकिन किसी ने लाचार महिला की मदद नहीं की है.
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बेसहारा महिला को घर से जबरन बाहर निकाला
महिला ने पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के ककुआटांड़ ग्राम निवासी पुतली देवी और उसके पुत्र राजू मार्डी पर घर का सामान बाहर फेंक कर ताला लगाने का आरोप लगाया है. महिला के अनुसार 22 मई की सुबह पुतली देवी और उनका पुत्र राजू उनके आवास पर आया. अभियुक्तों ने जबरन घर में प्रवेश कर घर का सारा सामान बाहर फेंक दिया. और मारपीट कर महिला से जबरन सादे कागज पर हस्ताक्षर भी करा लिया. महिला का कहना है कि वह इस घटना के बाद बोकारो के एसपी के पास भी गयी. एसपी ने फोन कर मारामारी थाना को महिला को उसका अधिकार दिलाने का आदेश दिया था. लेकिन महिला का कहना है कि वह फिलहाल अपने आवास के बाहर खुले आसमान के नीचे बच्चों के साथ रह रही है. महिला अपने दो बेटों, एक बहू, एक बेटी और पोतों के साथ प्लास्टिक का अस्थायी सेड लगाकर रहने को मजबूर है.
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पंचायत का तुगलकी फरमान, एक लाख का जुर्माना
महिला ने बताया कि समाज में उस पर जुर्माना लगाते एक लाख की मांग की थी. लेकिन समाज के लिए उसने दस हजार नगद और खस्सी, मुर्गा, भात की व्यवस्था की थी. लेकिन अभी 90 हजार की मांग की जा रही है. समाज ने यह प्रतिबंध लगाया है कि कोई भी अगर महिला की मदद करेगा तो उसको भी समाज से निकाल दिया जाएगा. लिहाजा डर से लोग भी इसकी मदद नहीं कर रहे हैं. माराफारी थाना जरूर मौके पर पहुंची थी. लेकिन उसने भी मदद करने के बजाय दूसरे जगह घर की व्यवस्था करने की सलाह दी है.
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