Glasgow : ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता विफल रही है.जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने यह बात कही. जान लें कि थनबर्ग ने नेताओं पर नियमों में जानबूझ कर खामियां छोड़ने का आरोप लगाया. खबरों के अनुसार सम्मेलन स्थल के बाहर एक रैली में थनबर्ग ने गैर-बाध्यकारी संकल्पों के बजाय प्रदूषण करने वालों पर नकेल कसने के लिए सख्त नियमों का आह्वान किया.
“Many are asking what it’ll take for people in power to wake up. But let’s be clear – they’re already awake. They know exactly what they’re doing. They know exactly what priceless values they’re sacrificing to maintain business as usual.”
My speech from today’s march in Glasgow. https://t.co/iw2oGYQk0a
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) November 5, 2021
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विश्व के नेता सच्चाई से डरते हैं
इस क्रम में उन्होंने कहा, विश्व के नेता निश्चित तौर पर सच्चाई से डरते हैं, फिर भी वे कितनी भी कोशिश कर लें, वे इससे बच नहीं सकते. थनबर्ग ने कहा कि वे वैज्ञानिक सहमति को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते वे हम लोगों अनदेखा नहीं कर सकते, जिनमें उनके अपने बच्चे भी शामिल हैं.
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COP की असफलता को महसूस कर लें
ग्रेटा ने कहा कि विश्व नेताओं के लिए समिट एक ऐसा मंच बन गया जहां वे इस बात का दिखावा कर सकें कि जलवायु परिवर्तन के लिए वे कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘वास्तव में जो हमारी जरूरत है उससे हम काफी दूर हैं, मुझे लगता है कि यदि लोग इस COP की असफलता को महसूस कर लें वही सफलता होगी. ग्लासगो में न्यूयार्क टाइम्स क्लाइमेट हब की मंच पर पैनल इवेंट में ग्रेटा व वेनेसा नकाटे और मलाला युसुफजई समेत कई अन्य महिलाएं शामिल हुई.
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मार्च हड़ताल में शामिल हों, आवाज बुलंद करें
बता दें कि स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर चल रहे संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में विरोध करने का फैसला कर लिया था. ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया. COP26 जैसे सम्मेलनों से परिवर्तन तब तक नहीं आयेगा जब तक कि इन पर बाहर से कोई बड़ा सार्वजनिक दबाव न है. इस शुक्रवार (केल्विंग्रोव पार्क 11 पूर्वाह्न) और शनिवार (11.30 बजे) को जलवायु मार्च हड़ताल में शामिल हों और अपनी आवाज बुलंद करें. हम साथ हैं तो मजबूत हैं.