Moscow : यूक्रेन के साथ 7 महीने से जारी जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका और नाटो को परमाणु युद्ध की चेतावनी दी है. खबरों के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस में 3 लाख रिजर्व सैनिकों को तैनात करने का आदेश दिया है. पुतिन का ये ऐलान ऐसे वक्त पर आया, जब रूस यूक्रेन के चार हिस्सों को मिलाने की तैयारी में है. इसके लिए रूस शुक्रवार से इन इलाकों में जनमत संग्रह शुरू कराने जा रहा है. इन इलाकों में रहने वाले लोग 23-27 सितंबर के बीच अपना वोट डाल सकेंगे.
Russia calls up 300,000 reservists, says 6,000 soldiers killed in Ukraine https://t.co/7tlioBPJN0 pic.twitter.com/ekfZdMkugy
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Putin says West engaging in nuclear blackmail, Russia can respond https://t.co/qxTto6BzNx pic.twitter.com/CxGtcrBmUP
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रूस अपनी सेना को मोबिलाइज कर रहा है
उधर, यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने इस जनमत संग्रह को अवैध बताते हुए रूस पर निशाना साधा है. जानकारी के अनुसार द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह पहला मौका है, जब रूस अपनी सेना को मोबिलाइज कर रहा है. बता दें कि रूसी टीवी पर अपने संबोधन के क्रम में पुतिन ने अमेरिका और नाटो को परमाणु युद्ध की चेतावनी दे डाली. उन्होंने कहा कि अगर पश्चिमी देश परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर ब्लैकमेल करेंगे तो रूस भी अपनी मिसाइलों के जरिए पूरी ताकत से जवाब देगा. कहा कि यह कोई झांसा नहीं है, हम रूसी नागरिकों की रक्षा के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देंगे.
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रूस का उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को मुक्त करना
पुतिन ने सेना के मोबिलाइजेशन की डिक्री पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि अगर हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पैदा होता है तो हम हम अपने लोगों की रक्षा के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करेंगे. पुतिन के अनुसार रूस का उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को मुक्त करना था. कहा कि पूर्वी यूक्रेन के लोग कीव के शासन के अंतर्गत नहीं रहना चाहते थे. हम नहीं चाहते थे कि रूसी भाषी लोग यूक्रेन के लिए जुआ बन जायें.
रूस-यूक्रेन युद्ध कुछ और समय तक जारी रहेगा
जानकारों के अनुसार पुतिन की सैनिकों की अधिक तैनाती का सीधा अर्थ रूस-यूक्रेन युद्ध कुछ और समय तक जारी रहेगा. पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की सहायता के लिए और सैनिकों को तैनात करेंगे. कहा कि पहली बार में ट्रेनिंग और अनुभवी सैनिकों को मोर्चे पर भेजा जायेगा. रूस पूर्वी यूक्रेन के रूसी भाषी लोगों को सुरक्षा देने के लिए सबकुछ करेगा.
इलाके में रूसी भाषी लोगों की संख्या काफी ज्यादा है
खबर है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के कब्जाये गये इलाके में जनमत संग्रह करवाने का ऐलान किया है. यानी डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और जापोरिजिया में रहने वाले लोग रूस में शामिल होने पर वोट करेंगे. जान लें कि इस इलाके में रूसी भाषी लोगों की संख्या काफी ज्यादा है. इन इलाकों पर रूस के कब्जे का मतलब यूक्रेन का आर्थिक रूप से तबाह होना है. जान लें कि रूस द्वारा कब्जा किये हुए इलाके में यूक्रेन के दो औद्योगिक शहर, यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र और हजारों किलोमीटर की जमीन आ गयी है.
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