Kiriburu: पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र में गुवा-सलाई मुख्य मार्ग पर स्थित माता वनदेवी मंदिर की मूर्ति अज्ञात लोगों द्वारा खंडित करने तथा विभिन्न देवी-देवताओं की तस्वीर जला देने की घटना से लोगों में भारी आक्रोश है. इसकी जानकारी लोगों ने गुवा थाना पुलिस को देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. हालांकि 12-13 जनवरी की रात घटी इस घटना को किसी मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ने अंजाम दिया होगा, ऐसी आशंका भी जताई जा रही है.
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मंदिर के प्रति पूरे सारंडा क्षेत्र के लोगों में आस्था
उल्लेखनीय है कि इस मंदिर के प्रति पूरे सारंडा क्षेत्र के लोगों में बडी़ आस्था है. जो भी इस रास्ते से गुजरता है वह यहां रूक कर मंदिर में नतमस्तक होकर हीं अपने गंतव्य की ओर रवाना होता है. ऐसी मान्यता है कि जो इसे नजरअंदाज कर आगे बढ़ता है, उसके साथ अनिष्ट होता है. हालांकि इस मान्यता व मंदिर के प्रति लोगों की आस्था के बारे में सभी धर्म व समुदाय के लोग वाकिफ हैं. जिस वजह से कोई भी ऐसा गलत कार्य करने का प्रयास नहीं कर सकता और न कभी ऐसा हुआ है.
पहले भी किरीबुरु-बड़ाजामदा मार्ग पर मूर्तियों को विक्षिप्त ने किया था खंडित
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस कुकृत्य को करने वाला कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति होगा. क्योंकि इससे पहले भी एक पागल युवक ने किरीबुरु-बडा़जामदा मार्ग पर स्थित ॐ शांति स्थल मंदिर की तमाम देवी-देवताओं की मूर्ति को मंदिर के अंदर रखी त्रिशूल से खंडित कर दिया था. उस विक्षिप्त को लोगों के सहयोग से पुलिस ने तो पकड़ा लेकिन उसकी स्थिति देख समाज व पुलिस की संयुक्त सहमति से छोड़ दिया गया था. आशंका यही जताई जा रही है कि इस घटना में भी ऐसे ही किसी विक्षिप्त का हाथ होगा.
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