Hazaribagh : हजारीबाग मेरी जन्मभूमि और कर्मभूमि रही है. आजन्म इसकी सेवा करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं. यह बात झारखंड स्वास्थ्य विभाग के निदेशक रह चुके डॉ. कृष्ण कुमार ने सोमवार को केबी महिला कॉलेज में आयोजित अपने सम्मान समारोह में कही. डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा कि वे पेशे से भले ही चिकित्सक हैं, लेकिन शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए हमेशा संवेदनशील और प्रयत्नशील रहे हैं. इस महिला कॉलेज के बीएमएलटी विभाग के विद्यार्थियों का स्वर्णिम भविष्य बने यही कामना है. उन्होंने सम्मान प्रकट करने के लिए संस्थान के प्रति आभार प्रकट किया.
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केबी महिला कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. एपी सिंह ने कहा कि डॉ. कृष्ण कुमार के भागीरथ प्रयास से बीएमएलटी पाठ्यक्रम को एनओसी मिला यह गर्व की बात है.
प्राचार्य डॉ. किरण द्विवेदी ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए डॉ. कुमार के योगदान की चर्चा की तथा उनके सुखद भविष्य की कामना की. डॉ. श्रवण सहाय ने विभागीय अनुभव को साझा करते हुए डॉ. कुमार की मुक्त कंठ से सराहना की. सिंडिकेट सदस्य डॉ. सुरेंद्र कुमार सिन्हा ने शुरुआती दौर से किए गए संघर्ष को अंतिम मुकाम तक पहुंचाने का श्रेय डॉ. कुमार को दिया. इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया और अतिथियों को प्रतीक चिह्न, बुके एवं शॉल देकर सम्मानित किया.
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ. मुकुल कुमार ने कहा कि डॉ. कृष्ण कुमार ने डीएमएलटी पाठ्यक्रम को पूरी तरह से ऊर्जावान और पुनर्जीवित कर हजारों छात्रों के भविष्य को सजाने संवारने और सुरक्षित रखने का काम किया है. कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अदिती कुशवाहा ने किया. मौके पर डॉ. प्रीति रानी, डॉ. गजेंद्र कौर, डॉ. कृष्णा प्रधान, डॉ. प्रमिला गुप्ता, निकुंज नीलिमा, डॉ. नंदा वर्मा समेत काफी संख्या में शिक्षक एवं छात्राएं उपस्थित थीं.
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