Saraikela / Kharsawan : सरायकेला-खरसावां के विभिन्न पूजा पंडाल, मंदिर व पीठों में मंगलवार को पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सप्तमी पूजा शुरू की. इसके पश्चात श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के दर्शन किये. पूजा को लेकर लोगों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है. सरायकेला, खरसावां, सीनी व राजखरसावां में तीन-तीन स्थानों पर मां दुर्गा की पूजा की जा रही है. सरायकेला के सार्वजनिक दुर्गा पूजा मंदिर में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की गयी है. साथ ही मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. यहां सर्व प्रथम राजा प्रताप आदित्य देव ने अपने परिवार के साथ बेलवरण के दिन पूजा अर्चना की. सरायकेला के इंद्रटांडी व हेंसाहुड़ी में भी पूजा अर्चना शुरू हो गयी है. खरसावां के तलसाही स्थित सेवा संघ समिति, सरकारी दुर्गा पूजा समिति व बेहरासाही स्थित सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति, आमदा के रेलवे कॉलोनी, नया बाजार स्थित आनंद बाजार पूजा समिति तथा आमदा पुराना बाजार स्थित ठाकुरबाड़ी पूजा समिति की ओर से मां दुर्गा की पूजा शुरू हो गयी है. साथ ही कुचाई दुर्गा मंदिर व अरुवां में भी मां दुर्गा की पूजा पूरे भक्ति भाव के साथ की जा रही है.
1987 से तलसाही में सेवा संघ समिति कर रही है दुर्गा की पूजा
खरसावां के तलसाही में सेवा संघ समिति द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य पंडाल बना कर माता की पूजा की जा रही है. साथ ही सरकार की ओर से कोविड-19 को लेकर जारी नियमों का भी अनुपालन किया जा रहा है. यहां मां दुर्गा की पूजा में सभी धार्मिक रस्मों को निभाया जायेगा. यहां वर्ष 1987 से तांत्रिक विधि से मां दुर्गा की पूजा अर्चना हो रही है. पूजा के दौरान सप्तमी, अष्टमी, नवमी के साथ-साथ संधी पूजा में भी बलिदान होता है. साथ ही सप्तशति चंडी का भी पाठ होता है. माता की पूजा के लिये यहां काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेे. माता के इस पीठ पर भक्तों की अथाह आस्था है. यहां मां दुर्गा की पूजा के लिये आकर्षण प्रतिमा बनायी गयी है.
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