Ranchi : झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में ऊंच स्तरीय पदों (प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, वित्त सेवा) पर परीक्षा लेने का काम संवैधानिक संस्था झारखंड लोक सेवा आयोग करती है. राज्य गठन के बाद यह संस्था जितनी विवादित रही, उतनी शायद ही कोई रही होगी. करीब 20 सालों में अभी तक मात्र 6 बार ही सिविल सेवा परीक्षा आयोजित हुई है. करीब साढ़े चार साल पहले दिसंबर 2016 में आयोजित छठी जेपीएससी काफी विवादित रही.
उसके बाद अभी तक आयोग कोई सिविल सेवा परीक्षा नहीं ले सका है. हालांकि इन विवादों के बीच पहली बार राज्य में सातवीं (2017), आठवीं (2018), नौवीं (2019) और 10वीं (2020) सिविल सेवा परीक्षा आयोजित हो रही है. परीक्षा आगामी 19 सितंबर को कई जिलों में आयोजित की जाएगी. आयोग द्वारा करीब 1102 परीक्षा सेंटर बनाये गये हैं. परीक्षा लेने के लिए सभी जिला प्रशासन द्वारा तैयारी भी पूरी कर ली गयी है.
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रघुवर सरकार के कार्यकाल में ही हुई थी परीक्षा
छठी सिविल सेवा के तहत प्रारंभिक परीक्षा दिसंबर 2020 को ली गयी थी. उसके बाद राज्य के अभ्यर्थी परीक्षा देने का इंतजार ही करते रह गये. अब करीब साढ़े साल बाद यह परीक्षा आयोजित हो रही है. वर्तमान हेमंत सरकार ने विधानसभा चुनाव के पूर्व अपने घोषणा पत्र में कहा था कि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो परीक्षा नियमित तौर पर आयोजित की जाएगी. लेकिन कोरोना महामारी के कारण परीक्षा आयोजित नहीं हो सकी. 2016 के बाद परीक्षा में हुए गैप को भऱने के लिए ही राज्य सरकार ने एक साथ चार संयुक्त सिविल सेवा (2017, 2018, 2019, 2020) परीक्षा लेने का फैसला किया था.
एक साथ 4 सिविल सेवा परीक्षा में भी सामने आया विवाद
ऐसा नहीं है कि एक साथ चार सालों के लिए हो रही सिविल सेवा परीक्षा में कोई विवाद सामने नहीं आया है. परीक्षा को लेकर आयोग द्वारा बनाये कट ऑफ डेट (2016, अभ्यर्थी 2011 की मांग कर रहे थे) को लेकर भी विवाद हुआ. यहां तक कि मामला सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट तक गया. लेकिन कोर्ट के स्तर पर अभ्यर्थियों को कोई राहत नहीं मिली. आगामी सुनवाई 21 सितंबर को होनी है. लेकिन इसके पहले ही यह परीक्षा 19 सितंबर को ले ली जाएगी.
ब्लॉक स्तर पर बनाये गये हैं केंद्र
जेपीएसएसी की आगामी प्रारंभिक परीक्षा में पहली बार बड़ी संख्या में परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं. आयोग की मानें, तो कुल 252 पदों के लिए पूरे राज्य में 3,69,327 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. इसके लिए पूरे राज्य में 1102 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. वहीं रांची में कुल 79,667 अभ्यर्थियों के लिए 197 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. लाखों अभ्यर्थियों को देख पहली बार कई जिलों में ब्लॉक स्तर पर भी परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. बता दें कि परीक्षा के लिए करीब 5.30 लाख आवेदन आये थे. जिसमें से करीब 1.64 लाख आवेदन रद्द कर दिये गये हैं.
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