Dhanbad : राज्य सरकार द्वारा जिले में गरीब बाइक सवारों के लिये चलाई जा रही पेट्रोल सब्सिडी योजना दम तोड़ने लगी है. योजना की पेचीदगी को देखते हुए लाभुक राज्य सरकार की वेबसाइट या सीएम सपोर्ट एप पर आवेदन देने में रुचि ही नहीं दिखा रहे हैं. अधिकारी भी लोगों को जागरूक करने की बजाय उनकी कमियां गिना रहे हैं. जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी भोगेन्द्र ठाकुर ने बताया कि अब जनता लाभ ही नहीं लेना चाहती है तो हम क्या करें. हर महीना पेट्रोल की सब्सिडी लेने के लिए आवेदन तो करना ही होगा.
क्या है वर्तमान स्थिति
जिले में चार लाख से अधिक राशन कार्डधारी हैं. परंतु जनवरी माह में 13,577 लोगों ने ही आवेदन दिया, जिनमें 11,675 को ही पेट्रोल की सब्सिडी मिली. शेष छंट गये. फरवरी आते आते यह आंकड़ा 3070 पहुंच गया अर्थात इतने लोगों ने ही बेवसाइट या एप पर आवेदन दिया. इनमें से मात्र 2675 को ही पेट्रोल की सब्सिडी मिली. मार्च महीना के 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन आवेदन की संख्या नहीं के बराबर है. आपूर्ति विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि आंकड़ा 20 तारीख के बाद ही बता पाएंगे.
दुबारा आवेदन नहीं देने के हैं कई कारण
राज्य सरकार हर गरीब आदमी को 10 लीटर पेट्रोल की खरीद पर250 रुपये डीबीटी के माध्यम से उसके खाते में ट्रांसफर कर रही है. प्रति लीटर पेट्रोल की खरीद पर 25 रुपये सब्सिडी मिल रही है. यह राशि लेने के लिए मोबाइल पर सीएम सपोर्ट एप डाऊनलोड करना है. साइबर कैफे, प्रज्ञा केंद्र या खुद के मोबाइल से बेवसाइट पर जाकर प्रति माह आवेदन देना है. पेट्रोल की पर्ची भी अपलोड करना है. इतना करने के बाद बैंक या एटीएम मशीन के पास जाकर लाइन लगाना है, तब 250 रुपये हाथ में आएंगे. इसमें भी सभी गरीब के पास न तो बाइक है और न ही स्मार्ट फोन. जिसके पास है, उसे आवेदन भरना ही नहीं आता है. बाहर जाकर हर माह आवेदन भरने में भी रुचि नहीं है. इन तमाम कारणों से योजना फेल हो रही है.
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