Ranchi : झारखंड में 75 फोर्टिफायड पुलिस थाना बनकर तैयार है और इसमें काम भी शुरू हो गया है. इसके अलावा सात फोर्टिफायड पुलिस थाना के निर्माण के लिए स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत 17.50 लाख का आवंटन किया गया है. राज्य में 54 पुलिस थानों का भी निर्माण पूरा हो चुका है और आठ निर्माणाधीन हैं. जानकारी के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2019-20 के बीच राज्य में स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत 156 करोड़ की लागत से कुल 75 फोर्टिफायड पुलिस स्टेशन का निर्माण पूरा किया गया है. (पढ़ें, इजरायली एयर फोर्स ने हमास के टॉप कमांडर बिलाल अल कदरा को मार गिराया, हमास के कई ठिकाने ध्वस्त)
क्या होता है फोर्टिफायड पुलिस स्टेशन
फोर्टिफायड पुलिस स्टेशन खास तौर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बनता है. फोर्टिफायड का अर्थ किलानुमा यानी ऐसा पुलिस स्टेशन, जिसपर नक्सली या अपराधी चाहकर भी हमला नहीं कर पायें. इस पुलिस स्टेशन की घेराबंदी किले की तरह होती है. संतरी पोस्ट से लेकर सुरक्षा वे तमाम उपाय मजबूत होते हैं, जिससे थाना भवन हर तरह से सुरक्षित होता है.
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केंद्र की 60 प्रतिशत राशि होती है खर्च
स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत फोर्टिफायड पुलिस स्टेशन के निर्माण में राज्य सरकार का जहां 40 प्रतिशत राशि खर्च होती है. वहीं केंद्र 60 प्रतिशत खर्च करता है. प्रोजेक्ट, डिजाइन व खर्च का आकलन कर केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाता है. अंतिम रूप से खर्च की राशि की वापसी को 60 प्रतिशत राशि के लिए राज्य सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजती है.
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