- यहां ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास कराते हैं पूजा
- मनोकामना सिद्ध पीठ है यह मंदिर
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर स्थित एलआईजी 170 में अवस्थित दस महाविद्या काली मंदिर में बासंतिक दुर्गा पूजा को लेकर मंगलवार को प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना हुई है. यहां नौ दिनों तक मां दुर्गा की सभी नौ रूपों की आराधना दस महाविद्या तांत्रिक साधना के साथ होगी. बता दें कि यहां ओड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास पूजन कराते हैं. उनके अलावा कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व भी अपनी मनोकामना सिद्ध करने के लिए पूजा अर्चना कराते हैं.
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यह मंदिर मनोकामना सिद्ध पीठ कहलाती है. जानकारी देते हुए दस महाविद्या पीठ के पुजारी पंडित राजेश कुमार मिश्रा बताते हैं कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दस महाविद्या काली स्थान में विक्रम संवत 2081 अर्थात हिंदू नव वर्ष की शुरुआत के साथ भव्य रूप से बासंतिक दूर्गा पूजा के लिए कलश स्थापना से की गई है. बता दें कि दस महाविद्या काली स्थान के प्रधान आचार्य राजेश कुमार मिश्र प्रतिष्ठित कंपनियों के उच्च पद पर कार्यरत रहें हैं. वे समाज कल्याण की भावना से उच्च पद को त्याग कर मां की आराधना एवं श्रीराम की सेवा में लीन रहते हैं.
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उन्होंने कहा कि वो पूरे वर्ष श्रीराम चरित मानस का परायण करते हैं एवं मां से यही वर मांगते हैं कि जो भी शुद्ध मन से तेरे दरबार में अपने शुभकामनाएं रखें मां उन्हें पूर्ण करें. उन्होंने बताया कि माता की दरबार सभी के लिए खुला है मंत्री हों संत्री हो, साधारण हो या आसाधारण प्रतिभाशाली सभी मां का आशीर्वाद और माथा टेकने के लिए यहां आते हैं. उन्होंने बताया कि माता के आशीर्वाद से आगंतुक भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. आचार्य राजेश मिश्रा यह बात हमेशा कहते हैं कि माता के चरणों में अपने और अपने मन को समर्पित किजिए जो मां के अनुसार अच्छा होगा वो फल आपको मिलेगा.
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बता दें कि आचार्य राजेश मिश्रा एक सुलझे हुए ज्योतिष मर्मज्ञ, वास्तुशास्त्र में निपुण एवं हस्तरेखा के महारथी है. परन्तु उनका कहना है कि सबकुछ और सबका भला माता के कृपा से हीं संभव है. दरबार में किसी प्रकार का भेद भाव नहीं है. उन्होंने बताया कि पूरे जगत के कल्याण की भावना से इस वर्ष की रामनवमी के शुभ पावन पर्व पर राम रक्षा स्त्रोत के पाठ और हवन होगा.