Chennai : भारत में रॉकेट लॉन्च करने के लिए एक निजी कंपनी ने कदम आगे बढ़ाया है. खबर है कि देश को पहला निजी रॉकेट लॉन्चपैड और मिशन कंट्रोल सेंटर मिल गया है. इसे स्पेस स्टार्टअप कंपनी अग्निकुल कॉसमॉस ने बनाया है. इसका उद्घाटन इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) के चेयरमैन एस सोमनाथ ने किया है.
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आनंद महिंद्रा ने किया कंपनी में निवेश
अग्निकुल को चेन्नई में श्रीनाथ रविचंद्रन, मोइन एसपीएम और IIT मद्रास के प्रोफेसर एसआर चक्रवर्ती ने मिलकर शुरू किया था. कई बड़े उद्योगपतियों ने कंपनी में निवेश किया है. इनमें सबसे बड़ा नाम आनंद महिंद्रा का है. खबर है कि अग्निबाण रॉकेट के डेवलपमेंट के लिए महिंद्रा ने 80.43 करोड़ रुपए का निवेश किया हैं. कंपनी में पाई वेंचर्स और अर्थ वेंचर्स ने भी निवेश किया है.
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अग्निकुल कॉसमॉस अग्निबाण नाम का रॉकेट तैयार कर रही है
बता दें कि अब तक रॉकेट लॉन्च करने के लिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर में मौजूद दो सरकारी लॉन्चपैड का इस्तेमाल किया जाता रहा है. अब यह स्थिति बदलने वाली है. न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार कंपनी अग्निकुल कॉसमॉस अग्निबाण नाम का रॉकेट तैयार कर रही है. खबर है कि इसे नये लॉन्चपैड से इस साल के आखिर तक छोड़े जाने की संभावना है. सतीश धवन स्पेस सेंटर में प्राइवेट लॉन्चपैड को ऑपरेट किये जाने की बात कही जा रही है.
कंपनी को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास का सपोर्ट
बताया जाता है कि कंपनी को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास का सपोर्ट मिला है.ISRO ने इस प्रोजेक्ट में मदद कर रहा है. जानकारी के असार अग्निबाण रॉकेट दो स्टेज वाला लॉन्च व्हीकल है. यह धरती से 700 किलोमीटर की ऊंचाई तक 100 किलोग्राम तक का भार लेकर जा सकता है। यह पृथ्वी की निचली कक्षा में सैटेलाइट्स स्थापित करने में सक्षम है. इसमें प्लग-एंड-प्ले इंजन कॉन्फिगरेशन है.
पहला सिंगल पीस 3D प्रिंटेड इंजन
अग्निकुल कॉसमॉस ने इससे पहले अग्निलेट बनाया था. यह दुनिया का पहला सिंगल पीस 3D प्रिंटेड रॉकेट इंजन हैइसमें किसी भी पार्ट को असेंबल करने की जरूरत नहीं पड़ती. 2021 की शुरुआत में इसका सफलतापूर्वक टेस्ट-फायर किया गया था. इसी इंजन को अग्निबाण रॉकेट में लगाया जाना है.