Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल अंतर्गत नीमडीह प्रखंड के गुंडा गांव में मंगलवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के 147वीं जयंती पर नीमडीह प्रखंड के गुंडा गांव के सरदार पाड़ा में धरती आबा की मूर्ति स्थापित की गई. मंगलवार को पारंपरिक विधि-विधान के साथ मुर्ति का अनावरण किया गया. अखिल आदिवासी भगवान बिरसा कल्याण समिति गुंडा की ओर से स्थापित धरती आबा बिरसा मुंडा की मूर्ति के अनावरण के पूर्व गांव की युवती व महिलाओं ने तालाब से कांसे के लोटे पर पानी भरकर लाया. मूर्ति स्थल पर आम के पत्तों से जल का छिड़काव कर स्थान का शुद्धिकरण किया गया. इसके बाद गांव के लाया अमृत सिंह सरदार ने पारंपरिक रूप से पूजा-अर्चना किया.
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मांदर व नगाड़ा की थाप पर थिरके लोग
अखिल आदिवासी भगवान बिरसा कल्याण समिति, गुंडा के तत्वावधान में आयोजित बिरसा जयंती कार्यक्रम में धरती आबा की मूर्ति स्थापित होने पर गांव में उल्लास का माहौल था. मूर्ति का अनावरण करने के बाद सुबह पूजा-अर्चना किया गया. उपस्थित समाज के लोगों ने एक-एक कर नव स्थापित मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. पूजा-अर्चना की समाप्ति के बाद गांव सरदार पाड़ा में आदिवासी सांस्कृतिक नृत्य का आयोजन किया गया. बिरसा जयंती के मौके पर गांव की महिला व पुरुष मांदर व नगाडे की थाप पर थिरक रहे थे. सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद प्रसाद वितरण किया गया.
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बिरसा के यादों को संजो कर रखने का प्रयास
जयंती समारोह को संबोधित करते हुए अखिल आदिवासी भगवान बिरसा कल्याण समिति के सदस्य हीरालाल सिंह सरदार ने कहा कि धरती आबा, महामानव, क्रांतिसूर्य भगवान बिरसा मुंडा ने आजादी की लड़ाई व भुमीज विद्रोह को लेकर इस क्षेत्र में भी घुम-घुमकर लोगों को जागरूक कर एकजुट किए थे. आजादी व स्वाभिमान को लेकर संघर्ष करने के लिए जोश भरे थे. उनकी स्मृतियों को अमिट बनाने के लिए अखिल आदिवासी भगवान बिरसा कल्याण समिति, गुंडा के तत्वावधान में धरती आबा की मूर्ति स्थापित की गई है. इस अवसर पर हरे कृष्ण सिंह सरदार, जगन्नाथ सिंह सरदार, फणिभूषण सिंह सरदार समेत गांव के सभी महिला व पुरुष उपस्थित थे.