Chandil (Dilip Kumar) : नीमडीह प्रखंड के जामडीह के पास एनएच 32 पर शनिवार शाम से वाहनों का जाम लगा हुआ है. सड़क मरम्मत कर रहे संवेदक द्वारा सड़क पर मिट्टी डालने के कारण शनिवार की शाम हुई बारिश के बाद सड़क कीचड़ में बदल गया. कीचड़ में वाहन फंसते गए और सड़क पर वाहनों का जाम भी लंबा होता गया. इस तरह लगभग 10 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है. चांडिल गोलचक्कर से नीमडीह प्रखंड के जामडीह तक राष्ट्रीय राजमार्ग 32 की मरम्मत का काम चल रहा है. इसी क्रम में जामडीह गांव के पास संवेदक द्वारा सड़क पर मिट्टी डालने के कारण शनिवार शाम हुई बारिश से सड़क कीचड़ से सन गया. इसके कारण शनिवार की शाम करीब पांच बजे से उक्त सड़क पर वाहनों का आवागमन अवरुद्ध हो गया. वाहनों का परिचालन बंद होने के कारण सड़क के दोनों तरफ कई किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई. इस दौरान उक्त सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. रविवार की दोपहर सड़क पर कीचड़ में तब्दील मिट्टी को हटाकर सड़क को वाहनों के चलने लायक करने का प्रयास किया गया.
इसे भी पढ़ें : रांची, जमशेदपुर और सरायकेला जेल में होगा निर्माण और मरम्मत कार्य, खर्च होंगे 2.82 करोड़
रेंग रहे वाहन
एनएच 32 पर रविवार को दोपहर बाद रेंगते हुए वाहन चल रहे थे. सड़क से कीचड़ हटाने के बाद वाहनों का चलना शुरू हुआ, लेकिन सड़क पर फिसलन रहने और गड्ढा रहने के कारण वाहनों का चलना दुभर हो रहा है. वैसे 20 घंटे से अधिक समय तक वाहनों का परिचालन बंद रहने के कारण सड़क पर वाहनों की लगी कतार लग चुकी है. जामडीह गांव के वार्ड सदस्य सुशीला सिंह ने बताया कि इस व्यस्ततम सड़क पर दिन-रात वाहनों का आवागमन होता है. लेकिन सड़क मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती किया जा रहा है. विदित हो कि यह सड़क झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई औद्योगिक शहरों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क है. इसके बाबजूद सड़क मरम्मत के काम में शिथिलता बरती जा रही है. चांडिल की जीवन रेखा कही जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 32 पर चांडिल गोलचक्कर से जामडीह तक आवागमन करना राहगीरों की परेशानी का सबब बना हुआ है.
इसे भी पढ़ें : दो साल से अनफिट, बिना NIS डिग्री के सबसे बड़े प्रशिक्षण केंद्र का बना दिया सहायक कोच
90 दिन बाद भी नहीं हो सकी मरम्मत
बदहाल सड़क की मरम्मत कार्य का शिलान्यास 17 दिसंबर को सांसद संजय सेठ व विधायक सविता महतो ने नारियल फोड़कर किया था. मंत्रोच्चारण के बीच नारियल फोड़कर मरम्मत कार्य का शिलान्यास करने के बाद क्षेत्र के सांसद संजय सेठ ने कहा था कि सड़क का मरम्मत कार्य 45 दिनों में पूरा हो जाएगा. एनएचएआई को इसके लिए आवश्यक निर्देश दिया गया है. लेकिन 45 दिन तो क्या 90 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन सड़क की मरम्मत अबतक पूरी नहीं हो सकी है. चांडिल गाेलचक्कर से जामडीह तक एनएच 32 के 11.6 किमी लंबी बदहाल हिस्से की मरम्मत 7 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से होना है. बारिश में सड़क कीचड़ से सन गया वहीं अन्य दिन सड़क से उड़ने वाली धूल से राहगीर परेशान रहते हैं.