NewDelhi : कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि शनिवार और रविवार, दो दिन देश भर के बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ी. इससे पता चलता है कि दो वर्ष कोरोना के कारण बाजार से दूर रहने वाले ग्राहक अब पूरे जोर-शोर से लौट आये हैं. कैट का अनुमान है कि इस वर्ष त्योहारों पर बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के पार होगा. खंडेलवाल ने जानकारी दी कि देश भर के बाज़ारों में भारतीय सामान को ही प्रमुखता दी जा रही है, जिसके कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की बिक्री में 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होगा.
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देश भर में लोगों ने 45 हजार करोड़ से ज्यादा की खरीदारी की
इस वर्ष की दीपावली व्यवसायियों के लिए खुशियां लेकर आयी. खबरों के अनुसार इस साल धनतेरस के दो दिनों में देश भर में लोगों ने 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की. लगभग 25 हजार करोड़ रुपये की ज्वैलरी बिकी. 20 हजार करोड़ की बिक्री ऑटोमोबाइल, कम्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, फर्नीचर, साज-सज्जा के सामान, बर्तन, मोबाइल आदि की हुई है. सोमवार को दिवाली, 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 27 अक्टूबर को भैया दूज होने के कारण अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है. आम तौर पर कंज्यूमर गुड्स की 35-40 फीसदी बिक्री त्योहारों में ही होती है.
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2021 के मुकाबले 2022 में सोना आयात 11.72% कम हुआ
कैट के सहयोगी संगठन आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने जानकारी दी कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग में सालाना आधार पर 80% तक की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि 2021 के मुकाबले 2022 में सोना आयात 11.72% कम हुआ है. बताया कि पिछले वर्ष पहली छमाही में 346.38 टन सोना आयात किया गया था, जो इस साल 308.78 टन रह गया. लेकिन इसकी भरपाई कोरोना काल में कम बिक्री से बने रिजर्व स्टॉक से की गयी.
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बड़ी संख्या में लोगों ने पुराने गहने देकर नये गहने बनवाये
साथ ही बड़ी संख्या में लोगों ने पुराने गहने देकर नये गहने भी बनवाये हैं. उन्होंने बताया कि दो दिन के धनतेरस के कारण देश भर में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये के सोना, चांदी और डायमंड के गहने, सिक्के, मूर्तियों की बिक्री हुई है. धनतेरस के पहले दिन, शनिवार को दिल्ली में सोने का भाव 50,140 रुपये प्रति 10 ग्राम था. पिछले साल धनतेरस के दिन यहां सोने की कीमत 47,750 रुपये के आसपास थी. CAIT और AIJGF के अनुसार करवा चौथ (13 अक्टूबर) के दिन करीब 3,000 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के गहनों की बिक्री हुई थी. 2021 में 2,200 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी.
दो दिन में 6,000 करोड़ के वाहन बिके
शुरुआती अनुमान के अनुसार दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 6 हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं इससे संबंधित सामान में 2500 करोड़, एफएमसीजी में 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स में 1 हजार करोड़, बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, कपड़े में लगभग 1500 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई है. पिछले साल की तुलना में इस साल त्योहारों में टीवी, होम अप्लायंसेज, एफएमसीजी और कपड़ों की ऑफलाइन तथा ऑनलाइन बिक्री वॉल्यूम के लिहाज से 8 से 10 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है. बाजार को केंद्र सरकार के 41.8 लाख कर्मचारियों और 69.7 लाख पेंशनधारकों का 4% डीए बढ़ने का भी फायदा मिला है. इसके अलावा रेल कर्मचारियों को 78 दिनों का प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव भी मिला है.
ऑनलाइन बिक्री 27% बढ़ी, कंपनियों ने 40,000 करोड़ का सामान बेचा
ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट का दावा है कि सितंबर के अंत में आठ दिन तक चले बिग बिलियन डेज आयोजन में 100 करोड़ से अधिक ग्राहक प्लेटफॉर्म पर आये. इसमें 60% से ज्यादा ग्राहक टियर-2 और टियर-3 शहरों के थे. छोटे शहरों से फैशन और लाइफस्टाइल चीजों की डिमांड पिछले साल से 45% ज्यादा रही. इलेक्ट्रॉनिक्स और बड़े अप्लायंसेज की मांग 20% अधिक रही. मोबाइल फोन की कुल बिक्री में 50% से अधिक 20,000 रुपये से अधिक कीमत वाले प्रीमियम फोन थे. प्रीमियम फोन खरीदने वाले 44% खरीदार टियर-2 और टियर-3 शहरों के थे. मार्केट कंसल्टेंसी फर्म रेडसीर के अनुसार त्योहारों के पहले सात दिनों में ऑनलाइन बिक्री 27% बढ़ी और कंपनियों ने करीब 40,000 करोड़ रुपये का सामान बेचा
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