Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) आईआईटी- आइएसएम में एकेडमिक वर्ष 2019-20 के लिए प्रेसिडेंट गोल्ड जीत चुके छात्र हिमांशु भूषण संधिविग्रह को संस्थान ने अन्य क्षेत्रों में पांच मेडल देकर सम्मानित किया. हिमांशु ने बताया कि वह वेदांता की नौकरी छोड़ चुके हैं. उनका लक्ष्य शिक्षण कार्य करते हुए रिसर्च के क्षेत्र में करियर बनाने का है. इसलिए उन्होंने आइआइएससी बेंगलुरु से पीएचडी का ऑफर स्वीकार कर लिया. हिमांशु बताते हैं कि वह संस्थान में पहले वर्ष से ही बेहतर ग्रेडस् प्राप्त कर रहे थे. इसके आधार पर उन्हें सेकेंड इयर में ब्रांच चेंज कर कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई का मौका मिला था. लेकिन उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई जारी रखने का निर्णय लिया. वह पढ़ाई के दौरान भी बीटेक में टॉपर रहे थे. हिमांशु ने बताया कि छात्रों को पढ़ाई के साथ एक्सट्रा करिकुलर एक्टिविटी में भी शामिल होना चाहिए. इससे मानसिक शांति मिलती है.
माता-पिता भी पहुंचे थे संस्थान
41वें दीक्षांत समारोह में हिमांशु अपने पिता भाव्याग्रही शनिविग्रह और मां मैत्री पांड्या के साथ उपाधि लेने के लिए आए थे. हिमांशु का परिवार मूल रूप से उड़ीसा के बालेश्वर का रहने वाला है. पिता बालेश्वर केंद्रीय विद्यालय में बायोलॉजी के पीजीटी हैं. मां सरकारी स्कूल में प्राइमरी की शिक्षक है. हिमांशु को 10 वीं में 10 सीजीपीए अंक मिले थे. 12वीं 94.6 प्रतिशत अंक मिले थे. जेइइ एंडवांस में हिमांशु को देश भर में 5088 रैंक मिला था.
धनबाद के लोग हैं अच्छे व मददगार
आईआईटी-आइएसएम में उन्होंने चार वर्ष बिताए. इस बीच यहां के लोगों के साथ खास लगाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि धनबाद के लोग काफी मिलनसार, मददगार और अच्छे हैं. कैंपस के बाहर उन्हें जो भी मिले, वह काफी अच्छे लगे. उन्होंने अपने शिक्षकों और सहपाठियों की भी तारीफ की.
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