LagatarDesk : पितृ पक्ष का आखिरी दिन यानी महालया आमावस्या आज है. महालया आमावस्या को सर्व पितृ आमावस्या भी कहते हैं. पितृ पक्ष के दौरान जिन लोगों ने पूर्वजों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंड दान नहीं किया है, वो आज जरूर कर लें. साथ ही जिन पितरों की मृत्यु तिथि अमावस्या है, उनका भी श्राद्ध कर्म कर लें. सर्व पितृ आमावस्या के दिन दूध, तिल, कुशा, पुष्प मिश्रित जल से पितरों को याद कर तर्पण करें. साथ ही पूर्वजों से अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगे. इस दिन पूर्वजों की पसंद का भोजन बनाकर उनके नाम से कौएं, गाय और कुत्ते को खिलाया जाता है. इस दिन ब्राह्मणों को भी भोजन कराया जाता है. आज के बाद कल से मंगल कार्यों की शुरुआत होगी.
तर्पण करने से पितरों की आत्मा होती है तृप्त
हिंदू धर्म में मान्यता है कि तर्पण करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है. साथ ही पूर्वज खुशी-खुशी विदा होते हैं. इन उपायों को करने से पितृ दोष खत्म होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली के कुछ दोष जीवन भर कष्ट देते हैं और पितृ दोष इनमें से प्रमुख है. पितृ दोष के कारण धन हानि, तरक्की में रुकावट, गरीबी, संतान हीनता, विवाह न होना, परिवार में कलह होना जैसे कई कष्ट होते हैं. इस दिन कुछ काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से पूर्वज नाराज होते हैं.
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नाखून और बाल काटने से बचें
पितृ अमावस्या तिथि के दिन बाल, नाखून आदि ना कटवाएं. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का कहना है कि ऐसा करने से आपको पितृ दोष के भयानक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. इस दिन चीजों को खरीदकर घर लाने की गलती भी ना करें.
दरवाजे से किसी को खाली हाथ ना जाने दें
सर्वपितृ अमावस्या के दिन अगर कोई दान-दक्षिणा लेने आपके दरवाजे पर आये तो उसे कभी खाली हाथ न जाने दें. आपकी ये छोटी सी गलती पितरों को नाराज कर सकती है. अपनी क्षमता के अनुसार ऐसे लोगों को कुछ न कुछ जरूर देना चाहिए. ऐसे में आटा, चावल या तिल का दान करना बहुत शुभ समझा जाता है.
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गरीबों और असहाय का अपमान ना करें
पितृ अमावस्या के दिन किसी गरीब और असहाय को प्रताड़ित करने की गलती भी ना करें. इन्हें परेशान करके आप पाप के भागीदार बनेंगे और पितरों के आशीर्वाद से भी वंचित रह जायेंगे. इस दिन किसी को अपशब्द न कहें और न ही किसी का अपमान करें. इसके अलावा इस दिन गाय, कुत्ता, कौवा या चींटी जैसे जीवों को नुकसान न पहुंचाएं.
इस दिन सात्विक भोजन करें
सर्वपितृ अमावस्या के दिन अंडा, मांस, मछली या मदिरा पान के सेवन से बचना चाहिए. इसके अलावा लहसुन, प्याज या तामसिक भोजन खाने से भी बचना चाहिए. इस दिन मसूर की दाल, अलसी, धतूरा, कुलथी आदि का ही सेवन करें. इस दिन साधारण और सात्विक भोजन ही करें.
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