NewDelhi : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक थैली के चट्टे-बट्टे हैं. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को यह विवादित बयान देकर हलचल मचा दी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से करते हुए दिग्विजय ने कहा कि जो कोई भी नफरत फैलाता है, वो एक एक थैली के चट्टे-बट्टे हैं. दिग्विजय सिंह ने पीएफआई के खिलाफ छापेमारी के बाद आरएसएस और वीएचपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
इनके(PFI) खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो संघ(RSS) और विश्व हिन्दू परिषद के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? जो नफरत फैलाते हैं, हिंसा फैलाते हैं, उन्माद फैलाते हैं वे एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं: म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह pic.twitter.com/legOMcAlZb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2022
संघ और वीएचपी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इस क्रम में कहा कि जो कोई भी हिंसा, घृणा, धार्मिक उन्माद फैलाता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. श्री सिंह का कहना था कि अगर PFI के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है तो संघ और वीएचपी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही.
पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या आरएसएस की तुलना पीएफआई से की जा सकती है? सिंह का जवाब था, निश्चित रूप से. उन्होंने कहा, “जो कोई भी नफरत, धार्मिक उन्माद फैलाता है, वे एक ही तरह के होते हैं. वे एक-दूसरे के पूरक हैं.
कार्रवाई का कोड-नाम ऑपरेशन ऑक्टोपस था
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय और पुलिस की संयुक्त टीमों ने 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ देश के 15 राज्यों में छापे मार कर 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 15 राज्यों में फैले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्यों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई का कोड-नाम ऑपरेशन ऑक्टोपस था.
खबरों के अनुसार NIA ने इनपुट और सबूतों के बाद जांच में पाया कि पीएफआई नेता और कैडर आतंकवाद और आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण में शामिल हैं. पीएफआई सशस्त्र प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता था. जान लें कि पीएफआई नेताओं और सदस्यों के खिलाफ कई हिंसक कृत्यों में शामिल होने के लिए पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं.
सरकार पूंजीपतियों से कम टैक्स लेती है
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार में देश के 100 परिवारों की आमदनी चौगुनी हो गयी है, आम आदमी गरीबी रेखा के नीचे पहुंच गया है. इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार आम आदमी से ज्यादा टैक्स वसूल कर रहे हैं और उद्योगपतियों से कम टैक्स ले रहे है. कहा कि आम आदमी से 30% टैक्स वसूला जा रहा है जबकि पूंजीपतियों से 22% टैक्स वसूला जा रहा है. इस तरह आम आदमी की अपेक्षा उद्योगपतियों से से 8% तक कम टैक्स वसूल किया जा रहा है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जबसे नोटबंदी हुई है तब से लेकर अब तक मध्यम वर्ग का व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे पहुंच गया है दिग्विजय सिंह ने कहा कि संवैधानिक एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है आईबी, ईडी और सीबीआई को हथियार बनाकर धमकाया जा रहा है. इसके साथ ही विधायकों की खरीद-फरोख्त हो गयी है इन्हीं सबके विरोध में भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है