Ghatshila : प्रखंड के गालूडीह थाना क्षेत्र के उल्दा पास राष्ट्रीय उच्च पथ 18 के किनारे माता वैष्णो देवी के भव्य मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है. इस मंदिर का निर्माण श्री माता वैष्णो देवी धाम, जमशेदपुर द्वारा कराया जा रहा है. संस्थान द्वारा मंदिर प्रांगण में 16 से 25 अप्रैल तक श्री माता वैष्णो देवी मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव व श्रीमद्देवी भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा. विदित हो कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर का निर्माण साल 2021 के प्रारंभ में किया गया था. जिसे 14 माह में पूरा किया गया है. मंदिर में श्री माता वैष्णो देवी, राम दरबार, राधा कृष्ण, शिव परिवार की मूर्तियां जयपुर के विशिष्ट शिल्पकारों द्वारा वियतनाम के उत्कृष्ट संगमरमर से निर्मित हैं.
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तमिलनाडु से लायी गयी हैं श्री यंत्र की मूर्तियां
मंदिर में श्री यंत्र की मूर्तियां तमिलनाडु से लायी गयी हैं. पौराणिक शास्त्रों में उल्लेख है कि प्रतिदिन ‘श्री यंत्र’ के दर्शन मात्र से ही भक्त को इसकी अद्भुत शक्तियों का लाभ मिलना प्राप्त हो जाता है. संभवतः यह ‘श्री यन्त्र’ मूर्ति प्रदेश की पहली मूर्ति होगी, जिसकी स्थापना श्री माता वैष्णो देवी धाम मंदिर में होगी. माता रानी के दरबार में ‘नर्मेदेश्वर शिवलिंग’ को भी स्थापित किया जा रहा है. जो प्रदेश का पहला ‘नर्मेदेश्वर शिवलिंग’ है. विद्वानों का कहना है ‘नर्मेदेश्वर शिवलिंग’ स्वयंभू शिवलिंग है, इस शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती है.
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हिमाचल प्रदेश से लायी जा रही है ‘अखंड ज्योति’
विदित हो कि 15 अप्रैल को सुबह 10.00 बजे टाटा नगर स्टेशन से सड़क मार्ग से श्री माता वैष्णो देवी धाम में ‘अखंड ज्योति’ माता ज्वाला देवी हिमाचल प्रदेश से लायी जा रही है. वहीं, कार्यक्रम का शुभारंभ 16 अप्रैल की सुबह 8.00 बजे 1008 कलश यात्रा के साथ किया जायेगा. इसमें अभी तक 1500 महिलाओं ने निबंधन कराया है. कलश यात्रा में 1008 महिलाएं पीले वस्त्र पहनकर सम्मिलित होंगी. कलश यात्रा के लिए सभी महिलाओं की साड़ी व कलश सामग्री की व्यवस्था भी निःशुल्क की जा रही है.
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किया जायेगा नौ दिवसीय श्रीमद्देवी भागवत कथा का आयोजन
17 अप्रैल से 21 अप्रैल तक प्रत्येक दिन सुबह 8.00 से दोपहर 12ः00 बजे तक सम्पूर्ण प्राण प्रतिष्ठा पूजन कराया जायेगा. यह पूजा मुंबई के विद्वान ऋत्विजों द्वारा आचार्य प्रेमनाथ शुक्ल के नेतृत्व में सम्पूर्ण कराया जायेगा. माता वैष्णो देवी, जम्मू के मुख्य पुजारी स्वामी अमीर चंद भी अपने शिष्यों के साथ अनुष्ठान में सम्मिलित होंगे. प्राण प्रतिष्ठा पूजन के पश्चात 21 अप्रैल से भक्तों के दर्शन हेतु मन्दिर का लोकार्पण कर जनसाधारण के लिये कपाट खोल दिए जायेंगे. गौरतलब है कि 16 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नौ दिवसीय श्रीमद्देवी भागवत कथा का आयोजन मंदिर प्रांगण में किया जायेगा. कथा का आयोजन जम्मू से पधार रहे जाने माने कथावाचक स्वामी हृदयानंद गिरी जी महाराज के श्रीमुख से होगा.
कथा का सीधा प्रसारण संतवाणी चैनल पर किया जायेगा
वहीं, देश-विदेश में रह रहे मां भगवती के श्रद्धालुओं के लिए कथा का सीधा प्रसारण संतवाणी चैनल पर किया जायेगा. साथ ही 25 अप्रैल को सुबह 10.00 बजे से महाप्रसाद वितरण किया जाएगा. करीब 5000 भक्तों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था रहेगी.भक्तों के प्रसाद ग्रहण के लिए विशेष ‘प्रसादालय मंडप’ महिलाओं व बुजर्गों के लिए विशेष पंक्ति की व्यवस्था की जा रही है. मौसम को देखते हुए भक्तों के लिए शीतल पेयजल की भी व्यवस्था रहेगी. शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए संस्थान में व्हील चेयर द्वारा दर्शन की व्यवस्था रहेगी. साथ ही ‘फर्स्ट ऐड’ केंद्र एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था भी रहेगी. मंदिर के आसपास दर्शनार्थियों के लिए प्रसाद, ठहराव सहित पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था की जायेगी. कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की जा रही है. मंदिर की ओर आने वाले मार्गों पर संस्थान द्वारा उचित प्रकाश व्यवस्था की गयी है.
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‘गो ग्रीन’ का विशेष सन्देश
‘श्री माता वैष्णो देवी मंदिर’ का निर्माण प्रकृति के गोद यानी ‘दलमा पहाड़’ के समीप किया गया है. दलमा पहाड़ ही इस इलाके की असली खूबसूरती है. कहावत है की प्रकृति के मनोरम दृश्यों को संजोए इस पर्वत शृंखला की उत्पत्ति 170 करोड़ साल पहले हुई थी. यह आसपास स्थित दूसरे पहाड़ों में सबसे युवा है. गौरतलब है कि पर्यावरण समर्पित ‘Go Green’ के जागरुकता के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए संस्था द्वारा कार्यक्रम का ‘आमंत्रण पत्र’ पूर्ण रूप से डिजिटल किया जा रहा है. जिससे की कागज की खपत कम से कम हो.
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