Pramod Upadhayaya

Hazaribag : हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले तीन दिनों से ब्लड टेस्ट के लिए आधा दर्जन महिलाएं चक्कर काट रही हैं. दरअसल काउंटर के खुलने का समय सुबह 8:00 बजे से दोपहर 12:30 तक और फिर अपराह्न 3 से शाम 6 बजे तक निर्धारित है. लेकिन जांच घर का काउंटर डेढ़ घंटे पहले ही अर्थात दिन के 11 बजे ही बंद कर दिया जा रहा है. अब 11 बजे के बाद आनेवाले मरीजों को काउंटर बंद मिल रहा है. अपराह्न 3 से शाम 6 बजे तक कई मरीजों के लिए ठहरना मुनासिब नहीं हो पाता है, चूंकि सभी दूर-दराज से इलाज के लिए यहां आते हैं. ऐसी ही करीब आधा दर्जन महिलाएं पिछले तीन दिनों से आकर लौट जा रही हैं. वहां उनके बैठने की भी सुविधाएं नहीं हैं. नाली के बगल में जमीन पर बैठकर इंतजार करना पड़ रहा है.
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ऐसे उठानी पड़ रही परेशानी
कटकमदाग स्थित बनहा की मुनिदा खातून का कहना है कि जैसे ही मरीजों की भीड़ बढ़ती है, काउंटर बंद हो जाता है और कर्मियों का लंच ब्रेक हो जाता है. उसके बाद अंदर से आवाज दी जाती है कि सभी लोग अपने-अपने घर चले जाओ या फिर जहां जाना है जाओ. 3 बजे काउंटर खुलेगा. एक दिन में 60 लोगों की ही जांच करने की बात कही जाती है. इसमें पहली पाली में 30 और दूसरी पाली में 30 मरीजों की जांच की बात कही जाती है.
अन्य महिलाओं ने बताया कि गांव से आते हैं. आते-आते 11 बज जाता है और 11 बजे काउंटर बंद कर दिया जाता है, जबकि 12.30 बजे तक जांच घर का काउंटर खुले रहने की सूचना दी गई है. उन्हें डॉक्टर से दिखाने के बाद जांच की बात कही जाती है. ऐसे में वक्त गुजर जाता है और काउंटर भी समय के पहले बंद कर दिया जाता है. इस तरह एक दिन में इलाज संभव नहीं हो पाता है.
इस संबंध में गिरिडीह जिला स्थित बगोदर निवासी रानी कुमारी ने बताया कि हॉस्पिटल में जांच के लिए आए हुए थे. लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी ब्लड जांच नहीं हुई. बाद में जानकारी मिली कि जांच घर का काउंटर अपराह्न 3 बजे खुलेगा. उनका नंबर 45 था. कटकमसांडी स्थित सारूगारू की खुशबू कुमारी ने बताया कि जांच के लिए टोकन कटवा कर बैठी हुई हैं. ब्लड जांच नहीं हुई. अंदर से यहां तक कहा जाता है कि नंबर में बैठने से अच्छा है, प्राइवेट जांच घर में जाकर जांच करवा लें. यहां जांच अभी नहीं होगी, शाम का कोटा पूरा हो चुका है.
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‘यहां होती है नि:शुल्क जांच, इसलिए आते हैं’
सारूगारू की उर्मिला, विष्णुपुरी की वर्षा सोनी और इचाक से आयी पारो देवी कहती हैं कि यहां नि:शुल्क जांच होती है. बाहर काफी पैसे लग जाते हैं. लेकिन यहां कोई को-ऑपरेशन नहीं मिलता है. ऊपर से बिचौलिया परेशान करता है और कहता है कि निजी क्लीनिक में जांच करा लें. यहां घंटों इंतजार कराया जाता है.
क्या कहते हैं ब्लड टेस्ट करने वाले कर्मी
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ब्लड टेस्ट करने वाला एक कर्मी ने बताया कि सुबह 8 बजे से 12 और 3 बजे से शाम 6 बजे तक काउंटर खुला रहता है. जांच का कोई पैमाना या संख्या निर्धारित नहीं है. अस्पताल में भर्ती मरीजों का भी ब्लड टेस्ट करना पड़ता है. महिलाओं के लिए बैठने की व्यवस्था क्यों नहीं है, यह पदाधिकारी ही बता सकते हैं.
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स्टाफ की कमी है, फिर भी व्यवस्था में सुधार का प्रयास है : सुपरिंटेंडेंट
मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट विनोद कुमार ने बताया कि जांच घर में स्टाफ की कमी है. अभी कुल छह लोगों से काम चल रहा है. इसी में आरटीपीसीआर भी होता है, जिसकी वजह से परेशानी हो रही है. जांच घर में मरीजों के बैठने की व्यवस्था बनाने का प्रयास करेंगे. एक दिन में सीमित लोगों का ही ब्लड लेकर बाकी लोगों को दूसरे दिन का नंबर देने की व्यवस्था बनाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर किन्हीं को शिकायत है, तो को सीधा उनके मोबाइल नंबर-9431174412 पर संपर्क कर शिकायत दर्ज करें. अभी वह जांच घर वाले कर्मियों से बात करते हैं.

