Ranchi: पलामू के दिवंगत दरोगा लालजी यादव की मृत्यु का मामला अब झारखंड हाईकोर्ट की दहलीज तक पहुंच चुका है. इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर दिवंगत लालजी यादव के भाई संजीव यादव ने झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और एक क्रिमिनल रिट दायर की है. क्रिमिनल रिट में पलामू के एसपी, डीएसपी वर्तमान थाना प्रभारी डीटीओ और अन्य लोगों को पार्टी बनाया गया है. प्राथी के द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि यह मामला काफी गंभीर है और जिन लोगों पर आरोप लग रहे हैं वह प्रभावशाली व्यक्ति हैं. ऐसे में पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की संभावना कम है. इसलिए इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने की गुहार झारखंड हाईकोर्ट से लगायी है.
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निलंबन के बाद से परेशान थे लालजी यादव
बता दें कि नावा बाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने आत्महत्या कर ली थी. लालजी यादव ने थाना कैंपस में ही आत्महत्या कर ली थी. बताया जा रहा है कि चार दिन पहले लालजी यादव को नावा बाजार थाना प्रभारी को पद से निलंबित किया गया था. बता दें कि लालजी यादव रांची के बुढ़मू थाने में मालखाना का प्रभार देने गए थे, वहां से वापस लौटने के बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली. लालजी यादव 2012 बैच के दारोगा थे.
बताया जा रहा है कि बीते 06 जनवरी को एसपी चंदन सिन्हा ने नावा बाजार थाना प्रभारी लालजी यादव को निलंबित कर दिया था. लालजी यादव पर डीटीओ से अभद्र व्यवहार और वरीय अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन का आरोप था. एसपी को लगातार शिकायतें मिल रही थी. जिसके बाद एसपी ने लालजी यादव को निलंबित कर दिया था.
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