Lagatar Desk : यूक्रेन युद्ध के बीच नाटो देश पोलैंड पर मिसाइल हमला हुआ है. इस हमले में दो लोगों की मौत हो गयी है. इसके बाद पोलैंड सेना हाई अलर्ट पर है. पोलैंड का कहना है कि मिसाइल रूस में बनी हुई थी लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इसे किसने दागा था. हालांकि रूस ने ऐसे किसी हमले से साफ इनकार कर दिया है. रूस ने पोलैंड के मीडिया पर भड़काने का आरोप लगाया है. पोलैंड पर मिसाइल हमले के बाद बाली में जी7 देशों की आपात बैठक हुई. आपात बैठक का नेतृत्व अमेरिका ने किया. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस संघर्ष को और बढ़ाना चाहता है.
US President Joe Biden convened an emergency meeting of the G7 and NATO leaders in Indonesia for consultations after NATO-ally Poland said a “Russian-made” missile killed two people in the eastern part of its country near the Ukraine border, reports AP
— ANI (@ANI) November 16, 2022
इसे भी पढ़ें – भारत का निर्यात अक्टूबर में 16.65 फीसदी घटा, व्यापार घाटा बढ़कर 26.91 अरब डॉलर पहुंचा
युद्ध की आंच के नाटो देशों तक पहुंचने का खतरा मंडरा रहा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि प्राथमिक जांच यह बताते हैं कि मिसाइल रूस की ओर से नहीं दागी गई थी. मैं अभी जांच पूरी होने तक कुछ नहीं कहना चाहता हूं. पोलैंड पर हमले से यूक्रेन युद्ध की आंच के नाटो देशों तक पहुंचने का खतरा मंडरा रहा है. यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद ऐसा पहली बार है जब किसी नाटो देश पर हमला हुआ है.
हमले में रूस की कुछ मिसाइलें पोलैंड में जा गिरीं
जानकारी के मुताबिक रूसी सेना ने मंगलवार को यूक्रेन के कई शहरों को टारगेट करके मिसाइल हमला किया. इसमें यूक्रेन की राजधानी कीव, खार्कीव, लीव और पोल्टेवा शहरों पर कई मिसाइलें दागी गईं. समाचार एजेंसी के मुताबिक हमले में रूस की कुछ मिसाइलें यूक्रेन बॉर्डर के पास पोलैंड में जा गिरीं, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई. पोलैंड की मीडिया के मुताबिक ये मिसाइलें पोलिश गांव प्रोजेवोडो में गिरी हैं.
इसे भी पढ़ें – कबाड़ में अरबों का खेल ……
जेलेंस्की ने नाटो देशों से रूस पर एक्शन लेने की मांग की
पोलैंड के विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक रूसी मिसाइल गिरने के बाद पोलैंड की सरकार ने रात में ही रक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने नाटो देशों से रूस पर एक्शन लेने की मांग की है. उनका कहना है कि रूस का आतंक अब सिर्फ हमारे देश की सीमाओं तक सीमित नहीं रहा. नाटो देश पर हमला एक गंभीर मामला है. जेलेंस्की ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से बात करके रूसी मिसाइलों से मारे गए पोलिश नागरिकों की मौत पर शोक जताया है. जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन, पोलैंड, पूरे यूरोप और दुनिया को आतंकवादी रूस से पूरी तरह से बचाना होगा.
नाटो देशों की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
वहीं अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा के साथ फोन पर बात करके पूरी घटना की जानकारी ली. पोलैंड ने भी अनुच्छेद-4 का इस्तेमाल करते हुए नाटो देशों की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. बता दें कि नाटो में शामिल सदस्य देश अनुच्छेद-4 का इस्तेमाल करके अपनी सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर इमरजेंसी मीटिंग बुला सकता है.
इसे भी पढ़ें – आफताब रोज देखता था श्रद्धा का कटा हुआ सिर