Palamu : सोशल एक्टिविस्ट पंकज यादव ने एसीबी को पत्र लिखकर पलामू भवन निर्माण विभाग में 100 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है. साथ ही कार्रवाई की मांग की है. पंकज यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि मेदिनीनगर में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता नसीम अली ने अपने कार्यकाल के दौरान 100 करोड़ से अधिक का घोटाला किया है. सेंटर फॉर आरटीआई को शिकायत मिली है कि नसीम अली ने बिना टेंडर के अपने लोगों को काम दिया और पहले काम करवाकर बाद में ठेकेदारों से मनमाफिक राशि वसूली है. आगे लिखा कि इस शिकायत के आलोक में जब भवन निर्माण विभाग पलामू में आरटीआई के जरिये जानकारी मांगने की कोशिश की गयी तो उन्हें जानकारी नहीं दी गयी. कार्यपालक अभियंता नसीम अली किसी भी आरटीआई का जवाब नहीं देते हैं. दर्जनों लोगों ने आरटीआई से विभाग में हो रहे कार्यों की जानकारी मांगी पर किसी को भी अब तक जवाब नहीं मिला. (पढ़ें, लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू, गौरव गोगोई ने कहा, पीएम मणिपुर क्यों नहीं गये… CM को बर्खास्त क्यों नहीं किया…)
कार्यपालक अभियंता ने सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगाया
पंकज यादव का कहना है कि नसीम अली के भ्रष्टाचार की शिकायत कुछ लोगों ने डीसी से की थी. उनके कारनामे अखबारों में भी छपे पर उनकी पहुंच और पैरवी के कारण उनकी कार्य प्रणाली में कोई बदलाव नहीं आया. कार्यपालक अभियंता नसीम अली ने पहले से हो चुके काम या आधे अधूरे काम का टेंडर अपने चहेते ठेकेदारों को देकर सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगाया है. जांच करने पर एसीबी को भ्रष्टाचार करने के नये तरीके की जानकारी मिलेगी. नसीम अली के कार्यकाल में गैर जरूरत भवनों का निर्माण, जीर्णोद्धार, रंग रोगन, अफसरों के कार्यालय और आवासों पर अनुचित खर्च किये गये हैं.
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नसीम अली की संपत्ति में करोड़ों की वृद्धि, जांच में होगा उजागर
पंकज यादव ने पत्र में लिखा कि कार्यपालक अभियंता नसीम अली ने पिछले ढाई साल में जितने भी टेंडर निकले, रद्द किये , मेंटेनेंस, जीर्णोद्धार और रंग रोगन की वर्तमान भौतिक स्थिति का सत्यापन होना चाहिए. इससे नसीम अली द्वारा किये गये 100 करोड़ से अधिक भ्रष्टाचार का खुलासा होगा. आरोप लगाया कि नसीम अली की संपत्ति में करोड़ों की वृद्धि हुई है. एसीबी जांच होने पर यह उजागर होगा. आगे लिखा कि जांच के दौरान एसीबी को संस्था द्वारा सारे कागजात उपलब्ध करा दिये जायेंगे. उल्लेखनीय है कि पंकज यादव हाईकोर्ट से अभियंता प्रमुख वीरेंद्र राम की संपत्ति की जांच करवा रहे हैं. उन्होंने कई विभाग के इंजीनियरों के भ्रष्टाचार और संपति जांच की शिकायत एसीबी से की है.
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