Ranchi : झारखंड जनता दल यूनाइटेड प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को झारक्राफ्ट की पूर्व सीईओ रेणु गोपीनाथ पणिक्कर ने पार्टी का दामन थामा है. प्रदेश अध्यक्ष खीरु महतो, महासचिव श्रवण कुमार और प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने उन्हें जदयू का पट्टा पहनाकर उनका स्वागत किया. संगठन में शामिल होने के बाद रेणु ने कहा कि भारत का हर एक व्यक्ति जिसे मत देने का अधिकार है वह राजनीति का हिस्सा बन जाता है. मुझे ऐसा महसूस हुआ कि वोटर से आगे बढ़कर आगे आना चाहिए. कई दलों से अवसर मिल रहा था, लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार से पटना में मुलाकात हुई. मेरी विचारधारा और संगठन की विचारधारा में समानता है. इसलिए जदयू में शामिल होने का निर्णय लिया है.
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कंबल बनाने का काम झारक्राफ्ट में 2016 से चल रहा था
कंबल की खरीदारी घोटाला मामले में रेणु गोपीनाथ ने संलिप्तता से इनकार करते हुए अपना पक्ष रखा. उन्होंने बताया कि कंबल बनाने का काम झारक्राफ्ट में 2016 से चल रहा था, वह 1 साल बाद 6 अप्रैल 2017 को झारखंड के सीईओ पद पर अपना योगदान दी थी. एक साल बाद ही 2018 को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था.इस मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है. यह काम पहले से ही झारखंड सरकार द्वारा करवाया जा रहा था.
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संगठन ने रेणु को बनाया प्रदेश उपाध्यक्ष : खीरु महतो
झारखंड जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद खीरू महतो ने कहा कि रेणु गोपीनाथ पणिक्कर के संगठन में जुड़ने से मजबूती मिलेगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति मिलने के बाद संगठन में शामिल किया गया है. आज ही इन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसी के साथ रेणु झारखंड के विभिन्न जिले का दौरा कर महिलाओं को संगठन से जोड़ने का काम करेंगी.
राष्ट्रपति का दौरा रद्द होना दुर्भाग्य की बात
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दौरा रद्द होने पर खीरु ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है. लोगों के अंदर उनके आगमन को लेकर खुशी की लहर थी. राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार झारखंड स्थापना दिवस में शामिल होने वाली थी. राजनीतिक दृष्टिकोण से ऐसा किया गया है तो यह गलत है.
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