Hazaribagh: हजारीबाग के आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा गिरफ्तारी मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. खबर मिली है कि राजेश मिश्रा को फंसाने के उद्देश्य से उनकी गाड़ी की डिक्की में मादक पदार्थ डाला गया था. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी थी. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा को हजारीबाग के आरोग्यम अस्पताल के सामने से गिरफ्तार कर लिया था.
अचानक अपनी गिरफ्तारी से घबराये राकेश मिश्रा ने शोर मचाना शुरू कर दिया था. इस कारण सादी वर्दी में उन्हें गिरफ्तार करने आये पुलिसकर्मियों ने उन्हें पुलिस जीप में बैठा दिया था. बाद में थाना प्रभारी के आने के बाद उन्हें वहां से थाने ले जाया गया था. फिर आनन-फानन में एफआइआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया था .
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हर स्तर पर गिरफ्तारी का हुआ था विरोध
राजेश मिश्रा की गिरफ्तारी का समाज के हर स्तर से विरोध शुरू हो गया था. इस घटना पर लगातार डॉट इन से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने भरोसा दिलाया था कि इस पूरे मामले की पुनः बिंदुवार तरीके से जांच होगी. यह पता लगाने की कोशिश की जायेगी कि कहीं सोशल एक्टिविस्ट को फंसाया तो नहीं गया है.
सूत्रों ने खबर दी है कि एसपी के निर्देश पर 24 घंटे की पड़ताल के बाद मामले का उद्भेदन हो गया है. इसमें मिश्रा को फंसाये जाने की पुष्टि हुई है. इस मामले में गिरफ्तारी होने की भी खबर आ रही है, हालांकि इस बारे में कोई पुलिस अधिकारी कुछ बोल नहीं रहा है. माना जा रहा है कि पुलिस जल्दी ही मामले का खुलासा करेगी. इधर राजेश मिश्रा की गिरफ्तारी के विरोध में जन सूचना अधिकार मंच के बैनर तले धरना कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
यहां बता दें कि 3 मार्च को हजारीबाग के डिस्ट्रिक्ट मोड़ से पुलिस ने आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा को मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया था. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर राजेश को मादक पदार्थ रखने के जुर्म में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में मादक पदार्थ ले जाया जा रहा है. इसी आधार पर लोहसिंगना थाना के छापामार दस्ते ने डिस्ट्रिक्ट मोड़ के आरोग्यम अस्पताल के सामने से राजेश मिश्रा को पकड़ा था.
अफीम और ब्राउन शुगर मिला था
डीएसपी महेश प्रजापति ने बताया था कि थाना परिसर में राजेश मिश्रा के सामने मोटरसाइकिल की डिक्की को खोला गया. उसमें से 300 ग्राम से अधिक अफीम और 2 से 3 ग्राम तक पुड़िया में बंद ब्राउन शुगर बरामद किया गया. जब तलाशी ली गयी तो इनके पास से 1 लाख रुपये बरामद हुए. पूछताछ में उसने बताया कि मोटरसाइकिल उसकी है, लेकिन मादक पदार्थ उसकी डिक्की में कैसे आया पता नहीं है.
जमीन माफिया ने फंसाया
राजेश की गिरफ्तारी के बाद आरोपी के परिवारवालों ने कहा था कि यह सब उसे झूठे मामले में फंसाने के लिए किया गया है. क्योंकि वह एक आरटीआई कार्यकर्ता हैं. साथ ही बताया था कि कई दिनों से सारले के एक जमीन मामले में जनहित याचिका दायर करने के लिए प्रयासरत था. आशंका है कि जमीन माफिया ने इसे फंसाने के लिए ऐसा किया.
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