चमोली में ग्लेशियर टूटने से तबाही, ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पर काम करने वाले 176 लोग लापता बताये गये हैं. हादसे के तुरंत बाद आईटीबीपी, NDRF और SDRG की कई टीमें मौके पर रवाना की गयी . सेना के करीब 600 जवान बाढ़ प्रभावित इलाकों में मोरचा संभाल लिया
जानकारी दी गयी है कि रात भर जॉइंट रेस्क्यू ऑपरेशन चलेगा, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद कंट्रोल रूम से मॉनिटर करेंगे. चमोली में हादसे वाली जगह पर रात में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बिजली की व्यवस्था की गयी है
10 शव बरामद किये जा चुके हैं, 16 लोगों को ITBP ने बचाया
आर्मी ने बताया कि 4 आर्मी कॉलम्स, दो मेडिकल टीमों, एक इंजीनियरिंग टास्क फोर्स को रिंगी गांव में तैनात किया गया. सेना के हेलिकॉप्टर हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं. ITBP की तीन टीमें रेस्क्यू मिशन में लगी हुई हैं, जिसमें करीब 250 लोग शामिल हैं. 176 लोगों के लापता होने की आशंका है.
ITBP की टीम ने सुरंग से निकाले गये 3 बेहोश लोगों को ऑक्सीजन दी
आईटीबीपी के महानिदेशक एसएसबी देसवाल ने कहा कि लगभग 100 श्रमिक घटना स्थल पर थे, जिसमें से 10 शव नदी से बरामद किये गये हैं. चमोली में तपोवन के पास सुरंग में फंसे 16 लोगों को ITBP ने बचाया है ITBP की टीम ने सुरंग से निकाले गये 3 व्यक्तियों को ऑक्सीजन दी है, वे अंदर बेहोश पाये गये थे.
ITBP के जवान तपोवन सुरंग को खोलने के लिए खुदाई कर रहे हैं जो मलबे के कारण पूरी तरह से ब्लॉक हो गया है. सुरंग में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिवार को 2-2 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिवार वालों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात कही है.
Am constantly monitoring the unfortunate situation in Uttarakhand. India stands with Uttarakhand and the nation prays for everyone’s safety there. Have been continuously speaking to senior authorities and getting updates on NDRF deployment, rescue work and relief operations.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
पीएम मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात कर स्थिति की जानकारी ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा ‘जोशीमठ, उत्तराखंड के पास ग्लेशियर के फटने में विनाश हुआ है, लोगों की भलाई और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं. विश्वास है कि जमीन पर बचाव और राहत अभियान अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं.
Deeply worried about the glacier burst near Joshimath, Uttarakhand, that caused destruction in the region. Praying for well being and safety of people. Am confident that rescue and relief operations on ground are progressing well: President Ram Nath Kovind
(File photo) pic.twitter.com/ywEhPkJn29
— ANI (@ANI) February 7, 2021
देवभूमि को हर संभव मदद दी जायेगी : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, DG ITBP व DG NDRF से बात की. सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं. देवभूमि को हर संभव मदद दी जायेगी.
Some more NDRF teams are being airlifted to Uttarakhand from Delhi. We are constantly monitoring the situation: Home Minister Amit Shah https://t.co/asI8GQOkt6
— ANI (@ANI) February 7, 2021
मेरी संवेदनाएं उत्तराखंड की जनता के साथ : राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है. मेरी संवेदनाएं उत्तराखंड की जनता के साथ हैं.
चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएँ उत्तराखंड की जनता के साथ हैं।
राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता दें। कांग्रेस साथी भी राहत कार्य में हाथ बटाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 7, 2021
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श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट
श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट है. उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है. इसके चलते अलकनंदा और धौली गंगा उफान पर हैं. पानी के तेज बहाव में कई घरों के बहने की आशंका है.
आस-पास के इलाके खाली कराये जा रहे हैं. लोगों से सुरक्षित इलाकों में पहुंचने की अपील की जा रही है. चमोली जिले जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी है और पानी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. आसपास के इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है.इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के लिए सीएम ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है.
सीएम ने कहा, अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य
राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है। pic.twitter.com/MoY3LX49rF
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है.