Ranchi: झारखंड में बायो मेडिकल वेस्ट का डिस्पोजल चुनौती बन गया है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य के हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी और हेल्थ केयर सेंटर से हर दिन एक लाख 33 हजार 472 किलोग्राम बायो मेडिकल वेस्ट निकलता है. जबकि इसका डिस्पोजल प्रतिदिन 6491 किलोग्राम ही हो पाता है. बायोमेडिकल वेस्ट के उठाव के लिए राज्यभर में सिर्फ 23 वाहनों का ही संचालन होता है. इसका खुलासा झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिर्पोट में हुआ है. राज्यभर में हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में बेडों की संख्या 36,268 है.
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सात जिलों से प्रति दिन निकलता है 1.28 लाख किलोग्राम बायो मेडिकल वेस्ट
रिर्पोट के अनुसार, राज्य के सात जिलों हॉस्पिटल और नर्सिंग होम से प्रतिदिन एक लाख 28 हजार 250 किलोग्राम बायो मेडिकल वेस्ट निकलता है. इन जिलों में रांची, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, पलामू और सिमडेगा शामिल हैं. रिर्पोट में 2451 हेल्थ केयर फैसिलिटी सेंटर, 730 क्लीनिकल डिस्पेंसरी, चार वेटनरी संस्था, 354 पैथोलॉजी और छह ब्लड बैंक के सर्वे को भी शामिल किया गया है.
किस जिले से प्रतिदिन कितना बायोमेडिकल वेस्ट निकलता है
जिला प्रतिदिन कितना किलोग्राम
दुमका 115
देवघर 80
साहेबगंज 32
जामताड़ा 26
पाकुड़ 77
गोड्डा 62
धनबाद 185.71
बोकारो 459.30
रांची, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, पलामू और सिमडेगा से 129250.50 किलोग्राम प्रति दिन बायो मेडिकल वेस्ट निकलता है.
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