Giridih : सरिया थाना के इंस्पेक्टर पर आरोप लगा है कि युवक को केस में फंसाकर केस वापस लेने का दवाब बना रहे है. यह आरोप हजारीबाग जिले के कोर्रा थाना क्षेत्र के दिपुगढ़ा गांव की रहने वाली पूर्णिमा देवी नाम की महिला ने लगाया है. इसको लेकर पूर्णिमा देवी ने हजारीबाग डीआईजी से शिकायत की है. पूर्णिमा देवी का कहना है कि बीते 16 नवंबर की रात गिरिडीह जिले के सरिया पुलिस द्वारा मेरे घर पर किए गए छापेमारी और अखबारों में प्रकाशित समाचार के माध्यम से उसे जानकारी मिली है कि सरिया थाना क्षेत्र में हुए बैंक डकैती के केस में सरिया पुलिस द्वारा उनके पुत्र धनु कुमार की तलाश किया जा रहा है.
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इंस्पेक्टर दिनेश सिंह का चल रहा है अनबन
डीआईजी को दिए आवेदन में पूर्णिमा सिंह ने कहा है कि सरिया थाना में पदस्थापित पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश सिंह से हमारे परिवार के साथ 2012-13 से अनबन और झंझट चल रहा है. दिनेश सिंह जब सदर थाना हजारीबाग में पदस्थापित थे, तो उन्होंने हमारे पुत्रों पर झूठा मुकदमा कर फंसा कर और बुरी तरह से मारपीट कर जेल भेजा था. जिसके खिलाफ मेरे पुत्र ने उच्च न्यायालय में क्रिमिनल रिट 23/ 12 दायर किया था. उच्च न्यायालय द्वारा निचली अदालत में केस दर्ज करने का आदेश दिया था. उच्च न्यायालय में पारित आदेश के आलोक में सिविल कोर्ट हजारीबाग में धनु ने दिनेश सिंह पर मुकदमा किया है, जिसके आलोक में एसटी एससी थाना में केस नंबर 10/14 दर्ज है,जो लंबित है.
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इंस्पेक्टर ने आर्म्स एक्ट में झूठा मुकदमा दर्ज किया था
महिला का आरोप है कि इंस्पेक्टर दिनेश सिंह ने उनके बड़े पुत्र मनु पासवान के खिलाफ साल 2012 में एक झूठा मुकदमा आर्म्स एक्ट का दर्ज किया था. जिसका केस नंबर 817/12 है. इस मामले में एडीजे हजारीबाग में 15 मार्च 2021 को आदेश पारित कर महिला के पुत्र को बरी कर दिया और पुलिस पर झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप दिया है. यह आर्म्स एक्ट का मुकदमा अब दिनेश सिंह पर करने की तैयारी हो रही है.
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केस में फंसाकर केस वापस लेने का बना रहे दबाव
महिला का आरोप है कि दिनेश सिंह के खिलाफ मामले का सूचक धनु कुमार ही है. इसलिए दिनेश सिंह उसे बार-बार केस में फंसाकर केस को वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. दिनेश सिंह उसे पकड़कर गोली भी मार सकते हैं, ताकि सूचक की मृत्यु हो जाए और मामला खत्म हो जाए. साल 2012 में ही हम लोगों ने दिनेश सिंह के खिलाफ लोकायुक्त, मुख्यमंत्री, डीजीपी और अनुसूचित जाति आयोग को आवेदन दिया है. पिछली बार सदर थाना में रहते दिनेश सिंह की मार से धनु अपंग हो गया है. उस मार के डर से वह कहीं छिप गया है. मिलते ही उसे पुलिस के समक्ष उपस्थित हम लोग खुद करेंगे महिला पूर्णिमा देवी ने डीआईजी से अनुरोध करते हुए कहा है, कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराया जाए और इंस्पेक्टर दिनेश सिंह के आतंक से मुक्ति दिलाने की कृपा किया जाये.
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