Sonia Jasmin
LagatarDesk: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है. यह योजना कौशल विकास एवं उद्यमता मंत्रालय की ओर से चलायी जाती है. इस योजना का उद्देश्य देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है. इससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिलेगी.
पीएमकेवीवाई में युवाओं को ट्रेनिंग के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है, बल्कि इसके एवज में सरकार उन्हें 8000 रूपये देती है. इसमें 3 महीने, 6 महीने और 1 साल का रजिस्ट्रेशन होता है. इस कोर्स के बाद एक सर्टिफिकेट दिया जाता है. यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य है. इस योजना में ट्रेनिंग के बाद सरकार युवाओं को लोन देने के साथ रोजगार भी देती है.
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PMKVY का तीसरा चरण आज हुआ लॉन्च
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का तीसरा चरण आज लॉन्च हुआ. राज्यों के 600 जिलों में इस योजना को लॉन्च किया गया. तीसरे चरण में कोरोना से जुड़े कौशल योजनाओं पर ध्यान केंद्रित रहेगा. पीएमकेवीवाई का लक्ष्य देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ा प्रशिक्षण देना है, जिससे उन्हें रोजगार पाने मे सहायता मिल सके. इस योजना के माध्यम से सरकार कम पढ़े- लिखे युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार देने में मदद कर रही है. इसमें कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, फर्नीचर, फिटिंग, हैंडक्रॉफ्ट, जेम्स ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्र शामिल किये गये हैं.
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साल 2015-2016 में आया था पहला और दूसरा चरण
रिर्पोट के मुताबिक इस बार योजना में जिला स्तरीय कौशल जरुरतों को पूरा किया जायेगा. योजना का पहला चरण 2015 और दूसरा चरण 2016 में शुरु किया गया था. साल 2015 में इस योजना के तहत देश के युवाओं को प्रशिक्षित किया गया. दूसरे चरण के अनुसार 2016 से 2020 तक 1 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने की योजना बनायी गयी थी. जुलाई 2016 तक 18 लाख नामांकित लोगों में से 17.93 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है.
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