वापस नहीं जाने का कंपनी ने बनाया दबाव
तमिलनाडु के बृज टैक्सटाइल कंपनी में काम दिलाने के नाम पर युवतियों को ले जाया गया था. पलामू जिले की 12 युवतियों को जुलाई 2021 में तमिलनाडु के करूर जिले के बृज टेक्सटाइल कंपनी में काम दिलाने के लिये ले जाया गया. बृज टेक्सटाइल ने झारखंड से गई युवतियों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी. ऊपर से पेमेंट लेट लतीफ ,कभी मिला तो कभी नहीं वाली स्थिति हो गयी.जिसके कारण युवतियों का वहां रहना मुश्किल हो गया. जब वह वापस आना चाहीं तो उन्हें कंपनी के लोगों ने उन्हे रोका. युवतियों पर वापस नहीं जाने के दबाव बनाया गया. अंत में पीड़ित युवतियों ने झारखंड सरकार की श्रमिक नियंत्रण कक्ष से मदद की गुहार लगायी. जिसके बाद आज उनकी वापसी संभव हो पायी है. सभी युवतियां धनबाद एल्लेपी से रांची पहुंची. उन्होंने राज्य सरकार और श्रमिक नियंत्रण कक्ष के पदाधिकारियों के प्रति आभार जताया है. इसे भी पढ़ें-रूटीन">https://lagatar.in/do-not-take-your-rights-as-a-routine-campaign-your-government-to-your-door-officers-should-reach-the-panchayats-to-the-government-in-45-days-hemant/">रूटीनअभियान के रूप में न लें आपके अधिकार- आपकी सरकार- आपके द्वार को, 45 दिन में पंचायतों तक सरकार को पहुंचाएं अधिकारी : हेमंत [wpse_comments_template]
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