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झारखंड के 12188 किसानों को मिला पीएम कुसुम योजना का लाभ

  • हरित ऊर्जा का फायदा, खेती- किसानी से हो रहे आत्मनिर्भर
  • सौर पंप से किसानों को पर्यावरण के अनुकूल सिंचाई में सहायता
  • केंद्र सरकार 30 और राज्य सरकार देती है 66 प्रतिशत सब्सिडी
Pravin Kumar Ranchi : हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने का असर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है. किसानों को सोलर पंप सेट के जरिये खेती-बाड़ी में गति मिल रही है. राज्य के 12188 किसान हरित ऊर्जा का लाभ ले रहे हैं. झारखंड में किसान सिंचाई के लिए तालाब, डोभा और कुओं पर अधिक निर्भर हैं. पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंपसेट कुओं में लगाया जा रहा है. किसान इस योजना से लाभान्वित होने के साथ ही खेती-किसानी से आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं. इस योजना का सबसे अधिक लाभ गिरिडीह, गोड्डा और हजारीबाग के किसानों ने उठाया है.

क्या कहते हैं ज्रेडा के कार्यपालक अभियंता

पीएम कुसुम योजना को लेकर ज्रेडा के कार्यपालक अभियंता मुकेश प्रसाद ने बताया, हम लोग अबतक ( पहले फेज में 6717 और दूसरे फेज में (जो अभी चल रहा है) 5471 किसानों को पीएम कुसुम योजना के तहत पंपसेट दे चुके हैं. इस पर केंद्र सरकार 30 प्रतिशत और राज्य सरकार 66 से 67 प्रतिशत सब्सिडी देती है. किसान का तीन से पांच प्रतिशत हिस्सा होता है. राज्य में किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करने में ज्रेडा का सहयोग स्विच ऑन फाउंडेशन भी कर रहा है.

क्या कहते हैं स्विच ऑन फाउंडेशन के एमडी

स्विच ऑन फाउंडेशन के एमडी विनय जाजू का कहना है कि सौर पंप से किसानों को अधिक प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल सिंचाई में सहायता मिलती है. इसके साथ ही समुदाय भी सशक्त हो रहा है. झारखंड में हमने आठ जिलों में किसानों तक सौर पंप पहुंचाया है. तकनीकी मदद भी फाउंडेशन की ओर से की जा रही है. इससे राज्य के किसान खुशहाल हो रहे हैं.

किस जिले में योजना का मिला है किसनों को लाभ

जिला पहला फेज (2020 से 2022 तक) दूसरा फेज (2022-2023 चल रहा)
बोकारो 200 131
चतरा 300 442
देवघर 133 399
धनबाद 270 0
दुमका 229 155
ईस्ट-सिंहभूम 384 398
गढ़वा 0 498
गिरिडीह 616 496
गोड्डा 413 435
गुमला 159 117
हजारीबाग 671 490
खूंटी 513 278
कोडरमा 350 391
लातेहार 161 0
लोहरदगा 146 243
पाकुड़ 0 196
पलामू 300 499
रामगढ़ 200 0
रांची 351 303
साहेबगंज 153 0
सरायकेला 279 0
सिमडेगा 436 0
वेस्ट-सिहभूम 453 0
कुल 6717 5471

क्या कहते हैं किसान

  • इस योजना का लाभ लेने वाले संजय कोड़ा, देवेंद्र सहित कई किसानों का मानना है कि पीएम कुसुम योजना से सिंचाई में सहूलियत होती है. साथ ही बिजली तथा डीजल-पेट्रोल की बचत होती है.
  • गोड्डा के किसान रमेश कहते हैं कि पांच हजार का ड्राफ्ट जमा करने पर दो साल बाद यह सोलर पंपसेट उनके कुएं में लगाया गया है. करीब 19 एकड़ जमीन पर अनाज से लेकर सब्जी तक की खेती कर आज अत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा हूं.

कैसे लें योजना का लाभ

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का लाभ पाने वाले के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसका लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है, जिसमें आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक खाता, पासबुक, भूमि के दस्तावेज, मोबाइल नंबर आदि. कौन होंगे लाभार्थी किसान
  • सहकारी समितियां
  • पंचायत
  • किसानों का समूह
  • किसान उत्पादक संगठन
  • जल उपभोक्ता एसोसिएशन
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