Ranchi: ग्रामीण विकास विभाग ने Cluster Facilitation Project (CFP) के तहत कार्यरत 250 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी है. इस प्रोजेक्ट को मनरेगा के तहत शुरू किया गया था. प्रोजेक्ट का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन यापन से स्तर में सुधार और कृषि उत्पाद को बढ़ाना था. इसे मनरेगा सहित अन्य केंद्रीय योजनाओं से जोड़ा गया था.
सीएफपी कार्यरत लोगों की सेवा समाप्त करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य के 23 जिलों के 51 प्रखंडों में प्रोजेक्ट के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए विशेषज्ञों की नियुक्ति की गयी थी. इसके लिए 17 संस्थाओं के साथ इकरारनामा किया गया था.
भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने सीएफपी का अवधि विस्तार 31 मार्च 2025 तक के लिए किया था. राज्य सरकार ने सीएफपी के अवधि विस्तार के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया था. लेकिन अभी तक केंद्र सरकार से सीएफपी के अवधि विस्तार की सूचना नहीं मिली है.
इसलिए सीएफपी के तहत संस्थाओं से किये गये इकरारनामे को रद्द किया जाता है. ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर केंद्र सरकार से अवधि विस्तार की सूचना मिलती है तो सीएफपी के लिए पहले किये गया इकरारनामा प्रभावी होगा.
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