Ranchi : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड ऑफिस में सोमवार को राज्य के लगभग चार हजार स्टूडेंट ने विरोध किया. मामला यह है कि इस वर्ष के 12वीं जैक बोर्ड में 4 लाख छात्र शामिल हुए थे. उसमें से लगभग 34 हजार फेल हो गये हैं. इसी का विरोध करने सुबह 9 बजे से काफी संख्या में छात्रों ने कार्यालय का घेराव किया. उनका कहना है कि कोविड के कारण परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया. हम 11वीं में पास थे, तभी हमें 12वीं की परीक्षा में बैठने की इजाजत मिली. जब उन 3.35 लाख छात्रों को पास कर दिया गया, तो हमें किस आधार पर फेल किया गया है. वहीं विरोध कर रहे छात्रों में कुछ ऐसे भी हैं, जिनका रिजल्ट इनकंप्लिट दिख रहा है. छात्रों की मांग है कि उन्हें भी बाकियों की तरह प्रमोट किया जाए. जानकारी के अनुसार इस मामले में मंगलवार को नाराज छात्र शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात करेंगे.
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सीबीएसई की मार्किंग स्कीम के अनुसार वहां लगभग सारे बच्चे प्रमोट और हम फेल कैसे
इसकी जानकारी देते हुए नाराज छात्रों ने बताया कि राज्यभर से इस वर्ष 4 लाख विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए. कोविड के कारण जब परीक्षाएं हुई ही नहीं तो हमें फेल और बाकियों को पास कैसे किया गया. इसपर चेयरमैन से जब उन्होंने बात की तो उनका कहना है कि हमने सीबीएसई के अनुसार ही मार्किंग की है. इस पर छात्रों का कहना है कि सीबीएसई अपने बच्चों को ग्रेस मार्किंग देता है और उसमें लगभग सभी छात्र पास हैं, तो हमें कैसे फेल किया गया.
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90% स्टूडेंट पास, 11वीं व 12वीं के इंटरनल एसेसमेंट पर हुई है मार्किंग : जैक चेयरमैन
इस मामले में जैक बोर्ड के चेयरमैन अरविंद सिंह का कहना है कि छात्रों द्वारा किया जा रहा विरोध उचित नहीं है. बोर्ड के 90 प्रतिशत स्टूडेंट पास हो चुके हैं. उनकी मार्किंग 11वीं और 12वीं के इंटरनल असेसमेंट और परीक्षा में किये गये प्रदर्शन को देखते हुए किया गया है.
30 जुलाई को निकला था रिजल्ट
आपको बता दें कि जैक बोर्ड का 2021 रिजल्ट 30 जुलाई को शिक्षा मंत्री द्वारा घोषित किया गया था. इस दौरान उन्होंने बताया था कि साइंस स्ट्रीम में 86.89 फीसदी बच्चे, कॉमर्स में 90.33 फीसदी और आर्ट्स में 90.71 फीसदी बच्चे सफल रहे. वहीं जैक बोर्ड अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह ने बताया था कि इंटर के लिए 11वीं कक्षा के अंकों को आधार बनाया गया था. 11वीं परीक्षा में मिले अंक से 80 प्रतिशत और 20 अंक इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर दिये गये हैं.
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