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रांची के 44 अस्पतालों में 379 ऑक्सीजन सपोर्टेड और 30 ICU बेड उपलब्ध

Ranchi: झारखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार कमजोर पड़ती दिख रही है. ऐसे में राज्य सरकार कोरोना को रोकने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. सरकार की पहल और लोगों में संक्रमण को लेकर जागरूकता कोविड चेन को तोड़ रही है. नए मामलों में कमी आने के साथ ही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. राजधानी रांची के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्ट बेड अब पहले की अपेक्षा मरीजों को उपलब्ध हो रहे हैं.

रांची के 44 प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में कोविड का इलाज किया जा रहा है. शहर में 4373 बेड कोविड मरीजों के इलाज के लिये मौजूद है. जिसमें से 2955 बेड अभी खाली हैं. वहीं शहर के सात प्राइवेट अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिये बेड उपलब्ध नहीं है. इन अस्पतालों में Santevita, Samford, Ram Pyari Super Speciality Hospital, Pulse Hospital, Medica, Medanta शमिल हैं.

शहर के 44 अस्पतालों में 379 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड एवं 30 आईसीयू उपलब्ध

रांची के अस्पतालों में 1327 कोविड बेड मौजूद हैं जिसमें 1009 बेड खाली हैं. वहीं 2233 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड में से 379 बेड खाली हैं. जबकि आईसीयू बेड की बात करें तो शहर के 44 अस्पतालों में 813 बेड हैं जिसमें 30 बेड खाली हैं.

सदर अस्पताल और रिम्स में भी बेड उपलब्ध

रिम्स में कोरोना मरीजों के इलाज के लिये 80 बेड बिना ऑक्सीजन सपोर्टेड हैं. जिसमें 62 खाली हैं. वहीं ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की संख्या रिम्स में 702 है. इनमें 288 उपलब्ध हैं. जबकि रिम्स के 179 आईसीयू बेड भरे हुए हैं. वहीं अगर सदर अस्पताल की बात करें तो 240 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड में से 72 उपलब्ध हैं. 73 में से 13 आईसीयू बेड फिलहाल खाली हैं.

जिलों के सरकारी अस्पताल में भी बनाये गये Oxygen Suppport Bed

कोरोना की चेन को तोड़ने के लिये राज्य सरकार ने हर संभव प्रयास किया है.लॉकडाउन को लगाते समय सीएम ने कहा था कि कोरोना के संक्रमण को जन-भागीदारी से ही रोका जा सकेगा. अतः आप सभी से अनुरोध है कि अति आवश्यक कार्य छोड़कर अपने घर से बाहर नहीं निकलें. इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर सूबे में अतिरिक्त 1824 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड  की व्यवस्था की गई है. झारखंड के हर जिले में नए 50 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड भी तैयार किये गए हैं.

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