न्यूज को अपना पक्ष रखा है. [caption id="attachment_276854" align="aligncenter" width="1280"]
alt="" width="1280" height="669" /> सोशल मीडिया पर वायरल झारखंड प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष का कथित तौर पर बताया जा रहा फर्जी डिग्री[/caption] उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अभी तक इसे लेकर कोई शिकायत नहीं की गयी है. जब शिकायत होगी, तो फिर इंडियन नेशनल यूथ कांग्रेस (IYC) देखेगा कि क्या करना चाहिए. IYC तय करेगा कि कमिटी बनाकर फर्जी डिग्री मामले की जांच करायी जाये या नहीं. वहीं, मीडिया को दिये बयान में अभिजीत राज ने इसे पूरी तरह से फर्जी मामला बताया है. उन्होंने कहा कि जहां जरूरत होगी, मैं वहां प्रमाण दूंगा. इसे भी पढ़ें-हाईकोर्ट">https://lagatar.in/high-court-order-pay-salary-in-4-weeks-petition-was-filed-by-sergeant-major-posted-in-ranchi/">हाईकोर्ट
का आदेश: 4 सप्ताह में करें वेतन भुगतान, रांची में पोस्टेड सार्जेंट ने दायर की थी याचिका अभिजीत राज पर सबसे पहला आरोप उस समय लगा था, जब उन्होंने रिजल्ट आने से पहले ही खुद को स्वघोषित प्रदेश अध्यक्ष मान लिया था. उस दौरान यह बात सामने आयी कि उनके इस काम से इंडियन नेशनल यूथ कांग्रेस ने नये अध्यक्ष का नाम सार्वजनिक करने के फैसले को होल्ड कर दिया था. जब अभिजीत राज ने इंटरव्यू से पहले ही खुद को अध्यक्ष मान लिया, तो इस घटना पर गंभीरता दिखाते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने यह कदम उठाया था. अब यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर फर्जी मैट्रिक सर्टिफिकेट के सहारे चुनाव लड़ने और जीतने का आरोप लगा है. मीडिया में यह जानकारी आ गयी है, अभिजीत राज का मैट्रिक का सर्टिफिकेट और चुनाव के लिए भरे गये नामांकन पत्र में दी गयी जन्म तिथि में पांच वर्ष का अंतर है. अभिजीत राज ने यूथ कांग्रेस चुनाव में अपनी जन्म तिथि 31 दिसंबर 1987 बतायी है. जबकि, मैट्रिक सर्टिफिकेट में जन्म तिथि 31 दिसंबर 1982 बतायी जा रही है. इसे लेकर पार्टी के अंदर खाने में भी चर्चा होने लगी है. बता दें कि यूथ कांग्रेस ने चुनाव लड़ने के लिए 7 सितंबर 1985 (18 से 35 वर्ष की उम्र सीमा) को कट ऑफ डेट निर्धारित किया गया था. इसे भी पढ़ें-खूंटी:">https://lagatar.in/khunti-police-arrested-two-opium-smugglers/">खूंटी:
पुलिस ने दो अफीम तस्करों को किया गिरफ्तार [wpse_comments_template]