हुआ इंतजार, मॉनसून पहुंचा झारखंड, जून में 65 फीसदी कम हुई बारिश
इलाज की राशि रिलीज करने के नाम पर मांगी गई थी घूस
धुर्वा के डैम साइड कॉलोनी में रहने वाली मेरी नाग ने एसीबी से शिकायत कर कहा था, कि वह जल संसाधन विभाग में निम्न वर्गीय लिपिक के पद पर पदस्थापित है. ये किडनी रोग से पीड़ित है. इनके पिताजी के द्वारा चिकित्सा की प्रतिपूर्ति के लिए साल 2018 में जल संसाधन विभाग में अप्लाई किए थे. काफी प्रयास के बाद 6.77 लाख की राशि स्वीकृत हुआ. जिसको रिलीज करने के लिए सेक्शन ऑफिसर ममता एक्का द्वारा 50 हजार की मांग की गई थी. हालांकि मेरी नाग रुपया देने को तैयार नहीं थी, जिसके बाद इसकी शिकायत एसीबी से की. एसीबी द्वारा मामले का सत्यापन कराया गया. सत्यापन के दौरान घूस मांगे जाने की बात सही पाई गई. इसके बाद एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए ममता झरना और क्लर्क विजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया. इसे भी पढ़ें -प्रियंका">https://lagatar.in/priyanka-gandhi-said-paper-leak-has-become-a-national-problem-under-bjp-rule-tmc-also-surrounded-it/">प्रियंकागांधी ने कहा, भाजपा के राज में पेपर लीक राष्ट्रीय समस्या बन गया, टीएमसी ने भी घेरा [wpse_comments_template]