Adityapur : आदित्यपुर में गुरुवार की सुबह स्क्रैप कारोबारी देवव्रत गोस्वा मी उर्फ देबू दास की गोली मारकर की गई हत्या के पीछे कहीं वर्चस्व की लड़ाई तो नहीं है. रास्ते में बाइक पर जिन दो युवकों ने लिफ्ट लिया था, कहीं उन्होंने ही तो गोली नहीं मारी थी. इन दोनों बिंदुओं पर पुलिस टीम जांच कर रही है. जांच में पुलिस खुलासे के करीब भी पहुंच चुकी है. हो सकता है पुलिस पूरे मामले का उद्भेदन गुरुवार की रात को ही कर दे. घटना की जांच में एसपी आनंद प्रकाश ने गम्हरिया के इंसपेक्टर राजीव कुमार और आदित्यपुर के थानेदार आलोक दुबे को लगाया है.
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सुनियोजित तरीके से दिया घटना को अंजाम
जिस तरह से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है उससे यह साफ हो रहा है कि घटना को सुनियोजित तरीके से ही अंजाम दिया गया है. साजिशकर्ता को यह पहले से ही पता था कि देबू अपने हाइवा में डीजल भरवाने के लिये घर से बाइक पर निकलने वाला है. सूत्रों का कहना है कि रेकी करने के बाद साजिशकर्ता ने दो लोगों को बाइक पर लिफ्ट लेने के लिये रास्ते पर लगाया था. दोनों बाइक पर बैठ गए और पीछे से गोली मार दी होगी.

मृतक के मामा ने भी बाइक सवार पर जताई आशंका
मृतक के मामा संजय दास ने पुलिस को बताया कि जब देबू बाइक से निकले तब रास्ते में दो लोगों ने लिफ्ट मांगा. इसके बाद दोनों को पीछे बैठा लिया. संजय दोनों को नहीं पहचानते हैं. संजय को आशंका है कि लिफ्ट लेने वाले दोनों ने ही देबू की गोली मारकर हत्या की है. हो सकता देबू दास दोनों को पहले से पहचानते होंगे. गोली मारने के बाद दोनों बाइक से उतरकर आटा चक्की कंपनी मोहित उद्योग के मोड़ से होकर पैदल ही फरार हो गए. दोनों को लोगों ने भागते हुए देखा था, लेकिन तब किसी को घटना की जानकारी नहीं थी. उसी आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
आदित्यपुर की हत्या के दो मामलों में जेल गया था देबू
देबू दास हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने पाया है कि चार साल पहले देबू दास पर आदित्यपुर में ही दो लोगों की हत्या का आरोप था. दोनों हत्याओं में वह जेल भी गया था. पत्रकार चंद्रभूषण शर्मा के छोटे भाई शशिभूषण शर्मा और चंदन सिंह की हत्या का मामला थाने में दर्ज है. हत्या के मामले में ही वह डेढ़ साल पहले जमानत पर बाहर आया था. इसके बाद ही उसने स्क्रैप का कारोबार शुरू किया था. कारोबार में अच्छी आमदनी होने के कारण उसकी दिनचर्या भी बदल गई थी. सरायकेला-खरसावां जिले के कई थाना क्षेत्रों में उसने स्क्रैप टाल भी खोल रखा था.

भरा-पूरा परिवार है घर में
देबू दास के घर में माता-पिता के अलावा पत्नी डॉली दास, बच्चों में 2 साल का बेटा, 6 साल और 11 साल की दो बेटी शामिल है. पिता चंदन गोस्वामी भी बांधपाड़ा बिलासीनगर में साथ रहते हैं. छोटा भाई अभिषेक गोस्वामी है जो देबू को कारोबार में सहयोग करने का काम करता है.
क्या कह रहे हैं एसपी आनंद प्रकाश
सरायकेला-खरसावां जिले के एसपी आनंद प्रकाश का कहना है कि अभी तक यह लग रहा है कि व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता में घटना घटी है. घटना में दो से तीन लोग शामिल हो सकते हैं. किन कारणों से हत्या की गई है इसकी जांच चल रही है. कहीं बदले की भावना से तो घटना को अंजाम नहीं दिया गया है. हत्याकांड का खुलासा जल्द ही कर दिया जाएगा.
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