पहले पेयजल एवं स्वच्छता विभाग करती थी जलापूर्ति
बता दें कि पूर्व में जलापूर्ति का कार्य पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा किया जाता था. जिसने आज तक जल संसाधन विभाग को किसी भी प्रकार का जलकर मद में राशि का भुगतान नहीं किया है. अब पेयजल विभाग से जलापूर्ति का कार्य नगर निगम को हस्तांतरित हो चुका है और नगर निगम आम लोगों से जलकर वसूल रही है तो बकाया भी नगर निगम से ही मांगा जा रहा है.दर्जनों कंपनियों में अवैध रूप से पानी का उपभोग
दूसरी तरफ आदित्यपुर की दर्जनों कंपनियों में अवैध रूप से पानी का उपभोग हो रहा है. जिनके द्वारा जल कर मद में किसी प्रकार की राशि का भुगतान नहीं किया जाता है. जिसके कारण जल कर मद में नगर निगम को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक आदित्यपुर नगर निगम के पास वर्तमान समय में 4,261 वैध कनेक्शन है, जिसमें औद्योगिक उपभोक्ता मात्र 127 हैं. जबकि शेष घरेलू उपभोक्ता हैं. इसे भी पढ़ें : CM">https://lagatar.in/cm-hemant-soren-and-babulal-expressed-grief-over-hazaribagh-road-accident/">CMहेमंत सोरेन और बाबूलाल ने हजारीबाग सड़क दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया [wpse_comments_template]