- 2 साल पूर्व फुटपाथी दुकानदारों के बने थे स्ट्रीट वेंडर कार्ड
- अब तक वेंडिंग जोन नहीं बना पाई है नगर निगम
- सर्वे को लेकर दुकानदारों में उहापोह की स्थिति
: संयुक्त मोर्चा सेल प्रबंधन की स्थानाीयता व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ करेगा संघर्ष हालांकि वेंडर कार्ड बनने के बाद फुटपाथी दुकानदारों ने लाभ उठाते हुए बैंकों से ऋण लेकर अपना व्यवसाय में वृद्धि जरूर की है लेकिन उन्हें स्ट्रीट वेंडिंग जोन नाड़ीब नहीं सका है. अब नया सर्वे को लेकर दुकानदारों में उहाफोह की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि नगर निगम क्षेत्र के बाजार हाट और सैरात पर सरकार के द्वारा लिए गए निर्णयानुसार नगर निगम का आधिपत्य होना चाहिए था लेकिन बाज़ार उत्पादन समिति इसमें अब तक अड़ंगा लगाए हुए है और निकाय क्षेत्र के बाज़ार हाट और सैरातों को हस्तांतरित नहीं कर रही है. इसे भी पढ़ें : 8">https://lagatar.in/migrant-laborers-aashray-centers-will-open-in-8-states/">8
राज्यों में खुलेगा प्रवासी मजदूर ”आश्रय” केंद्र लिहाजा अब तक कृषि उत्पादन बाजार समिति ही बाजार हाट सैरात से राजस्व के रूप में मासूल वसूलने का काम कर रही है. और फिलहाल फुटपाथी दुकानदार नगर निगम को कोई भी नया टैक्स देने के पक्ष में नहीं है. वैसे इस बात का विरोध गम्हरिया बाजार में नगर निगम को झेलना पड़ चुका है जहां स्थानीय विधायक और मंत्री के हस्तक्षेप के बाद नगर निगम तत्काल बैकफुट पर आ गई है. [wpse_comments_template]